
हिमाचल प्रदेश की सरकार ने 4 अप्रैल, 2021 तक सभी स्कूलों और कॉलेजों सहित राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया है. बता दें, सरकार ने राज्य में कोविड -19 मामलों में वृद्धि के कारण स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का फैसला किया है.
हालांकि हिमाचल प्रदेश में सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है, उच्च कक्षाओं के छात्र, जो आगामी महीनों में अंतिम परीक्षा के लिए उपस्थित होने के लिए तैयार हैं, उन्हें ऑफ़लाइन पाठ के लिए स्कूल जाने की अनुमति दी जाएगी.
राज्य में शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का निर्णय हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर द्वारा लिया गया था ताकि राज्य में कोविड -19 महामारी के प्रसार को धीमा किया जा सके और इस दौरान छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आगे घोषणा की कि छात्रावास की सुविधा वाले स्कूल कार्यात्मक रह सकते हैं. यह भी घोषणा की गई कि मेडिकल और नर्सिंग कोर्सेज वाले कॉलेज और विश्वविद्यालय इस दौरान खुले रह सकते हैं.
उन्होंने कहा, "आवासीय सुविधाओं वाले स्कूलों को अपने छात्रावासों को बंद करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन उन्हें कोविड -19 एहतियाती नियमों का सख्ती से पालन करना होगा और मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOP) का पालन करना होगा."
उन्होंने आगे कहा, "मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग संस्थान हमेशा की तरह काम करते रहेंगे और स्कूल के शिक्षक और अन्य कर्मचारी स्कूल, कॉलेज में शारीरिक रूप से उपस्थित हो सकते हैं." उन्होंने यह भी कहा कि सरकार कोविड -19 मामलों में वृद्धि पर कड़ी नजर रख रही है.
हिमाचल प्रदेश के अलावा, कई राज्यों ने देश भर में कोविड -19 मामलों में वृद्धि को देखते हुए स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का फैसला किया है. हरियाणा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पंजाब कुछ ऐसे राज्य हैं जिन्होंने अपने शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया है.
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