नई दिल्ली: सरकार ने इस बात से साफ इनकार कर दिया है कि निकोलस कोपरनिकस और पाइथागोरस जैसे पश्चिमी बुद्धिजीवियों के नाम टेक्स्ट बुक्स से हटाए गए हैं। सरकार ने इन खबरों को तथ्यात्मक रूप से गलत करार दिया है।
साथ ही सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि इस तरह का टेक्स्ट बुक्स को विदेशी प्रभाव से मुक्त करने का कोई भी प्रस्ताव विचारार्थ नहीं है।
इससे पहले फरवरी 2016 में कुछ अखबारों में ऐसी खबरें थीं कि राजस्थान में टेक्स्ट बुक्स में से विदेशी लेखकों के नाम हटा दिए गए हैं। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने इन रिपोर्ट को गलत बताया है।