आईआईटी-जेईई एडवांस 2016 टॉपर अमन बंसल
नई दिल्ली:
देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान आईआईटी और दूसरे टॉप इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला दिलाने वाली प्रवेश परीक्षा ज्वॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई) एडवांस्ड 2016 के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। नतीजे सुबह 10 बजे घोषित किए गए। छात्र अपना परीक्षा परिणाम देखने के लिए http://www.jeeadv.ac.in पर लॉग इन करें।
जयपुर के अमन बंसल ने किया टॉप
जयपुर के अमन बंसल (AIR - 1) ने परीक्षा में टॉप किया है। यमुना नगर के भावेश ढींगरा (AIR - 2) को दूसरा, जबकि जयपुर के ही कुणाल गोयल (AIR - 3) को तीसरा स्थान मिला है।
कोटा की रिया सिंह ने लड़कियों में पहला स्थान हासिल किया। उसे 133वां स्थान मिला।
जेईई एडवांस्ड 2016 परीक्षा आईआईटी गुवाहाटी ने ज्वॉइंट एडमिशन बोर्ड के साथ मिलकर आयोजित की गई।
जेईई की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार परीक्षा के लिए कुल 1,55,948 उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था और 36,566 ने परीक्षा उत्तीर्ण की। इनमें से 31,996 लड़के हैं जबकि 4,570 लड़कियां हैं।
इस वर्ष से 4 नई आईआईटी शुरू हो जाएंगी। इसके बाद कुल 23 आईआईटी (आईएसएम समेत) हो जाएंगी।
परीक्षा आयोजित करने वाली आईआईटी गुवाहाटी ने कहा है कि जेईई एडवांस 2016 परीक्षा में प्राप्त की गई रैंक आईआईटी या आईएसएम में दाखिले की गारंटी नहीं देती। उसका कहना है कि रैंक लिस्ट जेईई एडवांस 2016 में एग्रीगेट मार्क्स के आधार पर तैयार की गई है।
जेईई एडवांस्ड के जरिए ही छात्रों को देश की तमाम आईआईटी और आईएसएम (इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स, धनबाद) के इंजीनियरिंग कोर्सेज में प्रवेश मिलेगा। इसके अलावा आईआईएसईआर, राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी, विशाखापत्तनम के भारतीय पेट्रोलियम एवं ऊर्जा संस्थान (आईआईपीई) और तिरुवनंतपुरम के भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएसटी) और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस में भी आईआईटी एडवांस्ड के स्कोर से ही दाखिला मिलता है।
आईआईटी गुवाहाटी ने इस परीक्षा की आंसर-की 5 जून को आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी थी।
आपको बता दें कि प्रतिष्ठित आईआईटी में प्रवेश पाने के लिए तकरीबन दो लाख छात्रों ने 22 मई, 2016 को जेईई एडवांस्ड परीक्षा दी थी। जेईई एडवांस की परीक्षा दो चरणों (पेपर नं- 1 और पेपर नं- 2) में आयोजित हुई थी। पहले चरण की परीक्षा सुबह नौ से 12 बजे और दूसरी दोपहर दो से पांच बजे तक चली।
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अगले साल से बदलेगा नियम
अगले साल से JEE रैंकिंग में 12वीं के अंकों को नहीं दिया जाएगा वेटेज
अगले साल से इंजीनियरिंग अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज में दाखिले के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) में रैंकिंग निर्धारण में 12वीं कक्षा के अंक निर्धारक तत्व नहीं होंगे। यानी अगले वर्ष से जेईई रैकिंग में 12वीं कक्षा में आए नंबरों का कोई रोल नहीं होगा।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा कि आईआईटी परिषद द्वारा गठित एक समिति द्वारा जेईई पैटर्न में बदलावों की सिफारिश सौंपे जाने के बाद यह फैसला लिया गया है। इन सिफारिशों को व्यापक परामर्श के लिए लोगों के बीच रखा गया था।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘अशोक मिश्रा समिति की रिपोर्ट की छानबीन और जन प्रतिक्रिया के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 2017 के लिए जीईई पैटर्न में कुछ बदलावों का फैसला किया है। जेईई में रैंकिंग के लिए 12वीं कक्षा में आए अंकों को 40 प्रतिशत वेटेज देने के सिस्टम को हटा दिया जाएगा। ’’
अधिकारी ने कहा कि 12वीं कक्षा के प्राप्तांकों से सिर्फ यह तय होगा कि छात्र प्रवेश परीक्षा में बैठने के योग्य है या नहीं।
प्रवेश परीक्षा देने के लिए 75 फीसदी अंक जरूरी
अधिकारी ने कहा कि इस परीक्षा में बैठने के लिए छात्र को 12वीं में कम से कम 75 फीसदी अंक हासिल करने होंगे। या फिर इसमें वही छात्र बैठ सकेंगे जिनका स्थान संबंधित परीक्षा बोर्ड के टॉप 20 परसेंटाइल में होगा। अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों के लिए न्यूनतम अंक 65 फीसदी होंगे। परीक्षा की बाकी चीजें वैसी ही रहेंगी।
गौरतलब है कि देश के तमाम एनआईटी, आईआईआईटी, अन्य केंद्रीय वित्तीय सहायता प्राप्त तकनीकी संस्थानों, इस सिस्टम में शामिल हो चुके राज्यों के संस्थानों और अन्य ढेरों संस्थानों में 12वीं कक्षा में प्राप्तांक और जेईई (मेन) परीक्षा के प्रदर्शन के आधार पर इंजीनियरिंग अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में दाखिला होता है।
जेईई (मेन) में प्रदर्शन के आधार पर जेईई एडवांस परीक्षा देने का मौका मिलता है। जेईई एडवांस परीक्षा के जरिए ही देश के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी के इंजीनियरिंग कोर्सेज में दाखिला लिया जा सकता है।
JEE की तैयारी में IIT के स्टूडेंट्स की मदद लेगी सरकार
कोचिंग सेंटरों के प्रभाव को कम करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक विशेष योजना बनाई है जिसके तहत आईआईटी के छात्र विभिन्न विषयों पर मॉड्यूल बनाएंगे जिनसे इन प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश के लिए कठिन जेईई परीक्षा को उत्तीर्ण करने में अभ्यर्थियों को मदद मिले।
स्मृति ईरानी की अगुवाई में मंत्रालय एक IIT-Pal एप्प बनाने की दिशा में काम कर रहा है जिसमें अंग्रेजी, हिंदी, बांग्ला, तमिल, तेलुगू, उड़िया, कन्नड, मलयालम, मराठी, गुजराती और पंजाबी समेत 11 भाषाओं में अच्छी गुणवत्ता वाली अध्ययन सामग्री निशुल्क उपलब्ध होगी।
जयपुर के अमन बंसल ने किया टॉप
जयपुर के अमन बंसल (AIR - 1) ने परीक्षा में टॉप किया है। यमुना नगर के भावेश ढींगरा (AIR - 2) को दूसरा, जबकि जयपुर के ही कुणाल गोयल (AIR - 3) को तीसरा स्थान मिला है।
कोटा की रिया सिंह ने लड़कियों में पहला स्थान हासिल किया। उसे 133वां स्थान मिला।
जेईई एडवांस्ड 2016 परीक्षा आईआईटी गुवाहाटी ने ज्वॉइंट एडमिशन बोर्ड के साथ मिलकर आयोजित की गई।
जेईई की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार परीक्षा के लिए कुल 1,55,948 उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था और 36,566 ने परीक्षा उत्तीर्ण की। इनमें से 31,996 लड़के हैं जबकि 4,570 लड़कियां हैं।
इस वर्ष से 4 नई आईआईटी शुरू हो जाएंगी। इसके बाद कुल 23 आईआईटी (आईएसएम समेत) हो जाएंगी।
परीक्षा आयोजित करने वाली आईआईटी गुवाहाटी ने कहा है कि जेईई एडवांस 2016 परीक्षा में प्राप्त की गई रैंक आईआईटी या आईएसएम में दाखिले की गारंटी नहीं देती। उसका कहना है कि रैंक लिस्ट जेईई एडवांस 2016 में एग्रीगेट मार्क्स के आधार पर तैयार की गई है।
जेईई एडवांस्ड के जरिए ही छात्रों को देश की तमाम आईआईटी और आईएसएम (इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स, धनबाद) के इंजीनियरिंग कोर्सेज में प्रवेश मिलेगा। इसके अलावा आईआईएसईआर, राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम टेक्नोलॉजी, विशाखापत्तनम के भारतीय पेट्रोलियम एवं ऊर्जा संस्थान (आईआईपीई) और तिरुवनंतपुरम के भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएसटी) और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस में भी आईआईटी एडवांस्ड के स्कोर से ही दाखिला मिलता है।
आईआईटी गुवाहाटी ने इस परीक्षा की आंसर-की 5 जून को आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी थी।
आपको बता दें कि प्रतिष्ठित आईआईटी में प्रवेश पाने के लिए तकरीबन दो लाख छात्रों ने 22 मई, 2016 को जेईई एडवांस्ड परीक्षा दी थी। जेईई एडवांस की परीक्षा दो चरणों (पेपर नं- 1 और पेपर नं- 2) में आयोजित हुई थी। पहले चरण की परीक्षा सुबह नौ से 12 बजे और दूसरी दोपहर दो से पांच बजे तक चली।
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अगले साल से बदलेगा नियम
अगले साल से JEE रैंकिंग में 12वीं के अंकों को नहीं दिया जाएगा वेटेज
अगले साल से इंजीनियरिंग अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज में दाखिले के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) में रैंकिंग निर्धारण में 12वीं कक्षा के अंक निर्धारक तत्व नहीं होंगे। यानी अगले वर्ष से जेईई रैकिंग में 12वीं कक्षा में आए नंबरों का कोई रोल नहीं होगा।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा कि आईआईटी परिषद द्वारा गठित एक समिति द्वारा जेईई पैटर्न में बदलावों की सिफारिश सौंपे जाने के बाद यह फैसला लिया गया है। इन सिफारिशों को व्यापक परामर्श के लिए लोगों के बीच रखा गया था।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘अशोक मिश्रा समिति की रिपोर्ट की छानबीन और जन प्रतिक्रिया के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 2017 के लिए जीईई पैटर्न में कुछ बदलावों का फैसला किया है। जेईई में रैंकिंग के लिए 12वीं कक्षा में आए अंकों को 40 प्रतिशत वेटेज देने के सिस्टम को हटा दिया जाएगा। ’’
अधिकारी ने कहा कि 12वीं कक्षा के प्राप्तांकों से सिर्फ यह तय होगा कि छात्र प्रवेश परीक्षा में बैठने के योग्य है या नहीं।
प्रवेश परीक्षा देने के लिए 75 फीसदी अंक जरूरी
अधिकारी ने कहा कि इस परीक्षा में बैठने के लिए छात्र को 12वीं में कम से कम 75 फीसदी अंक हासिल करने होंगे। या फिर इसमें वही छात्र बैठ सकेंगे जिनका स्थान संबंधित परीक्षा बोर्ड के टॉप 20 परसेंटाइल में होगा। अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों के लिए न्यूनतम अंक 65 फीसदी होंगे। परीक्षा की बाकी चीजें वैसी ही रहेंगी।
गौरतलब है कि देश के तमाम एनआईटी, आईआईआईटी, अन्य केंद्रीय वित्तीय सहायता प्राप्त तकनीकी संस्थानों, इस सिस्टम में शामिल हो चुके राज्यों के संस्थानों और अन्य ढेरों संस्थानों में 12वीं कक्षा में प्राप्तांक और जेईई (मेन) परीक्षा के प्रदर्शन के आधार पर इंजीनियरिंग अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में दाखिला होता है।
जेईई (मेन) में प्रदर्शन के आधार पर जेईई एडवांस परीक्षा देने का मौका मिलता है। जेईई एडवांस परीक्षा के जरिए ही देश के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी के इंजीनियरिंग कोर्सेज में दाखिला लिया जा सकता है।
JEE की तैयारी में IIT के स्टूडेंट्स की मदद लेगी सरकार
कोचिंग सेंटरों के प्रभाव को कम करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक विशेष योजना बनाई है जिसके तहत आईआईटी के छात्र विभिन्न विषयों पर मॉड्यूल बनाएंगे जिनसे इन प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश के लिए कठिन जेईई परीक्षा को उत्तीर्ण करने में अभ्यर्थियों को मदद मिले।
स्मृति ईरानी की अगुवाई में मंत्रालय एक IIT-Pal एप्प बनाने की दिशा में काम कर रहा है जिसमें अंग्रेजी, हिंदी, बांग्ला, तमिल, तेलुगू, उड़िया, कन्नड, मलयालम, मराठी, गुजराती और पंजाबी समेत 11 भाषाओं में अच्छी गुणवत्ता वाली अध्ययन सामग्री निशुल्क उपलब्ध होगी।
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