मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी
नयी दिल्ली:
भारत को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए ‘‘किफायती केंद्र’’ बताते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों की रैंकिंग जारी करने और आईआईटी द्वारा विदेशों में प्रवेश परीक्षा आयोजित करने के निर्णय से देश में ज्यादा विदेशी छात्र आएंगे।
भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद् (आईसीसीआर) की तरफ से आयोजित एक समारोह में ईरानी ने शैक्षणिक और सांस्कृतिक कूटनीति के महत्व पर व्याख्यान दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘देश के शैक्षणिक संस्थानों के समक्ष चुनौती है कि क्या विदेशी छात्रों को स्कॉलरशिप के आधार पर ही नामांकन दिया जाए या विभिन्न क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन को लेकर उन्हें निमंत्रण दिया जा सकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के लिए भारत किफायती स्थान है।’’ ईरानी ने कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) के तहत चार अप्रैल को रैंकिंग जारी होगी और उन्होंने एमईए अधिकारियों से कहा कि विदेशी छात्रों तक पहुंच के लिए इस आंकड़े का प्रयोग करें।
शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘इस रैंकिंग के लिए 3600 उच्च शिक्षण संस्थानों ने अपने आंकड़े मुहैया कराए हैं।’’ उन्होंने आईआईटी काउंसिल के प्रस्ताव का भी जिक्र किया जिसमें विदेशों में आठ स्थानों पर प्रवेश परीक्षा आयोजित करने का प्रस्ताव है।
उन्होंने कहा, ‘‘विदेशी छात्रों की आवक बढ़ाने की आवश्यकता पर गौर करते हुए आईआईटी परिषद् ने एकमत से निर्णय किया कि दक्षेस देशों सहित आठ देशों के छात्रों को 2017 में आईआईटी-जेईई परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाए।’’
भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद् (आईसीसीआर) की तरफ से आयोजित एक समारोह में ईरानी ने शैक्षणिक और सांस्कृतिक कूटनीति के महत्व पर व्याख्यान दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘देश के शैक्षणिक संस्थानों के समक्ष चुनौती है कि क्या विदेशी छात्रों को स्कॉलरशिप के आधार पर ही नामांकन दिया जाए या विभिन्न क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन को लेकर उन्हें निमंत्रण दिया जा सकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के लिए भारत किफायती स्थान है।’’ ईरानी ने कहा कि नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) के तहत चार अप्रैल को रैंकिंग जारी होगी और उन्होंने एमईए अधिकारियों से कहा कि विदेशी छात्रों तक पहुंच के लिए इस आंकड़े का प्रयोग करें।
शिक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘इस रैंकिंग के लिए 3600 उच्च शिक्षण संस्थानों ने अपने आंकड़े मुहैया कराए हैं।’’ उन्होंने आईआईटी काउंसिल के प्रस्ताव का भी जिक्र किया जिसमें विदेशों में आठ स्थानों पर प्रवेश परीक्षा आयोजित करने का प्रस्ताव है।
उन्होंने कहा, ‘‘विदेशी छात्रों की आवक बढ़ाने की आवश्यकता पर गौर करते हुए आईआईटी परिषद् ने एकमत से निर्णय किया कि दक्षेस देशों सहित आठ देशों के छात्रों को 2017 में आईआईटी-जेईई परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाए।’’
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