इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (ICSI) ने सीएस करिकुलम में बड़े बदलाव किए हैं. इसके तहत सीएस फाउंडेशन प्रोग्राम (CS Foundation programme) को समाप्त कर दिया गया है. अपनी वेबसाइट पर जारी किए नोटिफिकेशन में ICSI ने बताया है कि सीएस कोर्स के लिए फाउंडेशन प्रोग्राम को समाप्त किया जाता है. इसकी जगह सीएस एक्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट (CSEET) आयोजित किया जाएगा जो कि एक अनिवार्य क्वालिफाइंग परीक्षा होगी. जो उम्मीदवार एक्जीक्यूटिव प्रोग्राम के लिए रजिस्टर करेंगे उन सभी को यह परीक्षा देनी होगी.
पिछले साल ICSI ने नए करिकुलम का प्रस्ताव रखते हुए कहा था कि इसके जरिए सुनिश्चित किया जाएगा कि सीएस कोर्स करने वाले उम्मीदवारों के पास एप्टीट्यूड और स्किल दोनों हों, जिससे आगे चलकर वे कामयाब पेशेवर बने सकें. प्रस्ताव में कहा गया था कि CSEET फाउंडेशन कोर्स की जगह ले सकता है.
देश में हैं 19,132 मान्यता प्राप्त और 4 हजार से ज्यादा गैर मान्यता प्राप्त मदरसे : सरकार
CSEET के लिए योग्यता की बात की जाए तो 12वीं पास उम्मीदवार CSEET परीक्षा दे सकेंगे. CSEET परीक्षा कंप्यूटर आधारित होगी. इस परीक्षा में पेपर 1 (बिजनेस कम्यूनिकेशन), पेपर 2 (लीगल एप्टीट्यूड एंड लॉजिकल रीजनिंग), पेपर 3 (इकोनॉमिक एंड बिजनेस एन्वायरमेंट) और पेपर 4 (करंट अफेयर्स, प्रेजेंटेशन एंड कम्यूनिकेशन स्किल) से सवाल पूछे जाएंगे.
पहली सीएसईईटी परीक्षा मई में आयोजित की जाएगी और इसके बाद की परीक्षाएं जुलाई, नवंबर और जनवरी में आयोजित की जाएंगी. उम्मीदवारों को क्वालिफाई करने के लिए कुल 50 प्रतिशत और हर एक पेपर में 40 प्रतिशत स्कोर करना होगा.
बता दें कि इससे पहले अब तक सीएस कोर्स करने के लिए उम्मीदवारों को पहले सीएस फाउंडेशन प्रोग्राम में इनरोल करना पड़ता था और एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम के लिए पहले फाउंडेशन परीक्षा पास करनी होती थी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं