ICAI ने सुप्रीम कोर्ट में बताया है कि कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते जुलाई और अगस्त के बीच होने वाली चार्टेड अकाउंटेंट यानी CA की परीक्षा रद्द कर दी है. पिछली सुनवाई में सीए छात्रों को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली थी और कोर्ट ने ICAI से कहा कि कोरोना वायरस के कारण छात्रों को परीक्षा केंद्र बदलने की अनुमति देने की तारीख बढ़ाई जाए. छात्रों ने ICAI को ईमेल कर परीक्षा के बीच में गृहमंत्रालय की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए कहा था.
सुप्रीम कोर्ट ने ICAI को सुझाव दिया कि जो छात्र परीक्षा में शामिल होने में असमर्थ हैं, उन्हें 'ऑप्ट आउट केस' माना जाएगा, भले ही वह ऑप्ट आउट विकल्प न चुनें. कोर्ट ने कहा कि स्थिति लगातार बदल रही है. यहां तक कि अगर किसी उम्मीदवार ने 'आप्ट ऑउट' का विकल्प नहीं चुना है और कंटेमेंट जोन में आ जाता है तो आप क्या करेंगे?
सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले ICAI से कहा था कि परीक्षा के लिए छात्रों को परीक्षा केंद्र बदलने का विकल्प दिया जाना चाहिए. कोर्ट ने कहा कि आप अंतिम सप्ताह तक केंद्र के विकल्प को बदलने की अनुमति देंगे. स्थिति स्थिर नहीं है यह गतिशील है. आपको क्षेत्र की स्थिति और क्षेत्र के छात्रों की चिंताओं के अनुसार बदलना होगा. आपको लचीला होना होगा. छात्रों के लिए कुछ चिंता दिखाएं. याचिकाकर्ता ने कहा था प्रति जिले में एक केंद्र होना चाहिए.
ICAI ने कहा था कि 567 परीक्षण केंद्रों की पहचान की गई और ठीक से सेनेटाइज किया गया. अब केंद्र नहीं बदल सकते हैं. SC ने कहा था कि केंद्र में परिवर्तन का विकल्प होना चाहिए. अगर कोई क्षेत्र एक कंटेनमेंट जोन बन जाता है तो ये जरूरी है
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि वह
उन लोगों को अवसर प्रदान करने के लिए बाध्य है जो परीक्षा में शामिल होने की इच्छा रखते हैं और जिन्होंने 29 जुलाई से 16 अगस्त के बीच परीक्षा देने की इच्छा जताई थी. संस्थान ने उन लोगों के लिए 'ऑप्ट-आउट' का विकल्प दिया जिन्हें कोविद -19 महामारी के कारण भय और चिंता है.
ऐसे छात्रों के लिए ऑप्ट-आउट योजना के तहत नवंबर 2020 में परीक्षा में बैठने का विकल्प दिया गया था. लेकिन परीक्षा के मई 2020 चक्र में उपस्थित होने के लिए आवेदन करने वाले 3.46 में से केवल 57,092 उम्मीदवारों ने ऑप्ट-आउट के विकल्प का लाभ उठाया है. यानी 2.89 लाख उम्मीदवार जुलाई परीक्षाओं में ही उपस्थित होना चाहते हैं. वहीं याचिका में कहा गया कि 15 जून को ICAI द्वारा जारी अधिसूचना 4.67 छात्रों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करती है, जिन्हें परीक्षा देने और अनिश्चित स्थिति में रखने के लिए विवश किया गया है.
- लगभग 4.67 लाख छात्रों को घातक COVID-19 महामारी के उछाल के बीच 29 जुलाई, 2020 से 16 अगस्त, 2020के दौरान विभिन्न चार्टर्ड अकाउंटेंट परीक्षाओं में शामिल होने के लिए कहा गया है जबकि परीक्षा केंद्र बहुत कम बनाए गए हैं।
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