Republic Day 2021: आज पूरा देश 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है . गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी के दिन दिल्ली के राजपथ पर परेड निकाली जाती है और भारत के राष्ट्रपति इस परेड (Republic Day Parade) की सलामी लेते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं आजाद भारत की पहली परेड का आयोजन राजपथ पर नहीं हुआ था.
कहां हुई थी आजाद भारत की पहली परेड
26 जनवरी, 1950 को परेड का आयोजन राजपथ पर नहीं किया गया था, बल्कि इरविन एम्फीथिएटर (अब मेजर ध्यानचंद स्टेडियम) में पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड की गई थी. जिसमें सशस्त्र बलों के 3,000 अधिकारी और 100 से अधिक विमान शामिल हुए. वहीं पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद समारोह स्थल पर पहुंचने के लिए दिल्ली की सड़कों से होकर निकले थे.
वहीं राजपथ पर साल 1955 में पहली बार गणतंत्र दिवस परेड का आयोजन किया था. जिसके बाद से ही हर साल परेड का आयोजन राजपथ पर ही किया जा रहा है.
आपको बता दें, जब परेड शुरू होती है, उससे पहले देश के प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति (सैनिकों के लिए एक स्मारक) जो राजपथ के एक छोर पर इंडिया गेट पर स्थित है पर पुष्प माला डालते हैं. इसके बाद शहीद सैनिकों की स्मृति में दो मिनट मौन रखा जाता है.
इस साल क्या होगा परेड में खास
पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होगी बांग्लादेश की सैन्य टुकड़ी
इस साल पहली बार बांग्लादेश (Bangladesh) के सशस्त्र बलों (Armed Forces) की टुकड़ी दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड (Republic Day Parade) में भाग लेगी. इस टुकड़ी में बांग्लादेश के 122 जवान शामिल होंगे. दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के पचास साल पूरे हो गए हैं. गणतंत्र दिवस समारोह में भारत ने एक पड़ोसी मित्र देश के विशाल दल की भागीदारी को विशेष महत्व दिया है. बांग्लादेश की इस टुकड़ी का नेतृत्व कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल अबू मोहम्मद शाहनूर शान और उनके डिप्टी लेफ्टिनेंट फरहान इशराक और फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिबत रहमान करेंगे. इस टुकड़ी में बांग्लादेश सेना के सैनिक, बांग्लादेशी नौसेना के नाविक और बांग्लादेश वायु सेना के एयर वारियर शामिल रहेंगे.
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