नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने सभी निजी स्कूलों का ‘‘औचक’’ निरीक्षण करने की घोषणा करते हुए कहा है कि 300 से अधिक ऐसे ‘‘चूककर्ता’’ स्कूलों की पहचान की गयी है जिन्होंने ईडब्ल्यूएस दाखिलों की स्थिति को साझा नहीं की।
शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों में जाने तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) एवं सुविधाहीन समूह (डीजी) वर्गों के तहत शैक्षणिक सत्र 2016-17 में हुए दाखिलों के रिकॉर्ड की पुष्टि के लिए 24 टीमों का गठन किया है।
प्रत्येक टीम में तीन सदस्य होंगे। टीमें स्कूल का मुआयना करने के दो दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।
सरकार ने चूककर्ता स्कूलों से कई बार स्मरण दिलाये जाने के बावजूद दाखिले के आंकड़े नहीं जमा करवाये जाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। इन आंकडों के जमा नहीं कराये जाने के कारण दूसरा ड्रॉ लम्बित है तथा पूरी दाखिला प्रकिया में देर हुई है।
विभाग ने स्कूल प्रमुखों को भेजे संदेश में कहा, ‘‘शिक्षा निदेशालय किसी संस्थान के कामकाज के विशेष पहलू के लिए निजी गैर सहायता प्राप्त स्कूलों की विशेष जांच करने के लिए अधिकार सम्पन्न है। स्कूल के सभी रिकाडरें की निदेशालय द्वारा अधिकृत किया गया अधिकारी या सक्षम अधिकारी किसी भी समय समीक्षा कर सकता है।’’