
Coronavirus: कोरोनावायरस के प्रकोप को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन कर दिया है. लॉकडाउन कोरोनावायरस को फैलने से रोकने में तो फायदेमंद साबित हो रहा है, लेकिन लॉकडाउन के चलते गरीबों और मजदूरों की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं, जो रोजाना मेहनत करके अपना और अपने परिवार का पालन करते हैं. लॉकडाउन होने से गरीब तबके के लोग ना कमा पा रहे हैं और ना ही उन्हें खाना मिल रहा है. ऐसे में सरकार समेत तमाम देशवासी ऐसे लोगों की मदद के लिए सामने आ रहे हैं. इन सबमें चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने भी शानदार पहल की है. चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, अपने पड़ोसी गांव घरूआ के गरीब और जरूरतमंद लोगों को दिन में दो बार खाना बनाकर बांट रही है.
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी लॉकडाउन के पहले दिन से गरीब लोगों में खाना बांट रही है और पूरे 21 दिनों के लॉकडाउन तक खाना बांटने का काम जारी रखेगी. बता दें कि खाना यूनिवर्सिटी के मेस में तैयार किया जाता है. इसके बाद यूनिवर्सिटी की ट्रांसपोर्ट सर्विस के माध्यम से अलग-अलग जगहों पर पहुंचाया जाता है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक एक वॉलिंटियर ने बताया, "हम लोग रोजाना 500 लोगों को खाना खिलाते हैं. अगर आने वाले समय में लोगों की संख्या बढ़ती है तो हम फिर उस हिसाब से खाना बनाएंगे."
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर ने कहा, "हालांकि पंजाब की सरकार पूरे राज्य के गरीबों और जरूरतमंदों तक खाना पहुंचाने का काम कर रही है. लेकिन समाज के लोगों की मदद करना हमारी भी जिम्मेदारी है." उन्होंने आगे बताया, "चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी एक अवेयरनेस कैंपेन चला रही है, जिसके जरिए गांव और दूसरे लोगों कोरोनावायरस से बचाव को लेकर जागरुक किया जाता है. इसके अलावा यूनिवर्सिटी की टीम गांव के लोगों, वृद्ध आश्रम में फ्री में हैंड सैनिटाइजर बांट रही है, जो यूनिवर्सिटी के अप्लाइड हेल्थ साइंस के लोगों ने ही तैयार किया है.
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