बारहवीं की परीक्षा 14 फरवरी से शुरू हुई थी.
बिहार में बोर्ड की परीक्षा दे चुके छात्रों का इंतजार भी अब जल्द ही खत्म होने वाला है. इन दिनों राज्य बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे घोषित करता जा रहा है. ऐसे में खबर है कि बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड जल्द ही 12वीं की परीक्षा के नतीजे घोषित कर सकता है. छात्र अपना रिजल्ट बोर्ड की ऑफिशियल आधिकारिक वेबसाइट जाकर चैक कर सकते हैं.
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक बोर्ड सबसे पहले साइंस स्ट्रीम के नतीजे घोषित कर सकता है. इसके बाद ही कॉमर्स स्ट्रीम का रिजल्ट घोषित किया जाएगा. राज्य में बारहवीं की परीक्षा 14 फरवरी से शुरू हुई थी. और यह खत्म 25 फरवरी को हुईं थीं.
गौरतलब है कि इस बार 12वीं की परीक्षा में लगभग 13 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया था. वहीं अगर बात करें 10वीं बोर्ड की परीक्षा की तो इसमें करीब 16 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया.
बिहार बोर्ड टॉपर घोटाले के बाद इस बार की परीक्षा में नकल रोकने के लिए कई उपाय किए गए थे. नकल रोकने के लिए वीडियोग्राफी के साथ-साथ कई कदम उठाए गए. इस बार रजिस्ट्रेशन से लेकर मूल्यांकन तक का पूरा प्रोसेस ऑनलाइन किया गया. इतना ही नहीं परीक्षा में पहली बार बार-कोडिंग सिस्टम लागू किया गया. आंसर-शीट पर ओएमआर शीट भी दी गई. इसी के आधार पर बार कोडिंग भी हुई. आंसर-शीट चेकिंग के दौरान गड़बड़ी रोकने के लिए डिजिटल मार्किंग सिस्टम को अपनाया गया.
इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन 13 से 15 अक्टूबर तक किया गया था. वहीं लेट फीस के साथ ये 16 से 18 अक्टूबर तक कराए गए.
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक बोर्ड सबसे पहले साइंस स्ट्रीम के नतीजे घोषित कर सकता है. इसके बाद ही कॉमर्स स्ट्रीम का रिजल्ट घोषित किया जाएगा. राज्य में बारहवीं की परीक्षा 14 फरवरी से शुरू हुई थी. और यह खत्म 25 फरवरी को हुईं थीं.
गौरतलब है कि इस बार 12वीं की परीक्षा में लगभग 13 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया था. वहीं अगर बात करें 10वीं बोर्ड की परीक्षा की तो इसमें करीब 16 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया.
बिहार बोर्ड टॉपर घोटाले के बाद इस बार की परीक्षा में नकल रोकने के लिए कई उपाय किए गए थे. नकल रोकने के लिए वीडियोग्राफी के साथ-साथ कई कदम उठाए गए. इस बार रजिस्ट्रेशन से लेकर मूल्यांकन तक का पूरा प्रोसेस ऑनलाइन किया गया. इतना ही नहीं परीक्षा में पहली बार बार-कोडिंग सिस्टम लागू किया गया. आंसर-शीट पर ओएमआर शीट भी दी गई. इसी के आधार पर बार कोडिंग भी हुई. आंसर-शीट चेकिंग के दौरान गड़बड़ी रोकने के लिए डिजिटल मार्किंग सिस्टम को अपनाया गया.
इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन 13 से 15 अक्टूबर तक किया गया था. वहीं लेट फीस के साथ ये 16 से 18 अक्टूबर तक कराए गए.
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