पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने रविवार को कहा कि स्थगित की गई परीक्षाओं को दोबारा कराने के बारे में दिशा-निर्देश तय करने के लिए राज्य सरकार को अभी तक केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय या विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) से कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है.
उन्होंने कहा कि राज्य के विश्वविद्यालयों ने छात्रों का शैक्षणिक भविष्य संवारने के लिए कुछ सलाह दिए हैं, लेकिन UGC या HRD से अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है.
चटर्जी ने कहा, "मैं स्पष्ट रूप से कह रहा हूं कि राज्य के विश्वविद्यालय मौजूदा हालात के मद्देनजर उच्च शिक्षा विभाग के साथ विमर्श के बाद छात्रों के हित में फैसले लेंगे."
मंत्री ने कहा, "इस मुद्दे पर यूजीसी या एचआरडी से कोई चिट्ठी नहीं आई है."
उन्होंने कहा कि विभाग विभिन्न राज्य विश्वविद्यालयों के साथ इस मुद्दे पर समन्वय कर रहा है.
आपको बता दें कि कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए 3 मई तक लॉकडाउन है. इसके चलते देश भर के सभी स्कूल, विश्वविद्यालय व अन्य शैक्षणिक संस्थान पूरी तरह से बंद हैं. कई राज्यों में बोर्ड की परीक्षाओं को बीच में ही रोक दिया गया था. कुछ जगहों पर 10वीं बोर्ड की बची हुई परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है. वहीं सीबीएसई ने साफ किया है कि वो 12वीं की मुख्य परीक्षाओं को आयोजित करवाएगी.
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