नई दिल्ली:
एआईपीएमटी (ऑल इंडिया प्री-मेडिकल/प्री डेंटल एंट्रेंस टेस्ट) परीक्षा 01 मई, 2016 को होने जा रही है। चूंकि अब इस राष्ट्रीय स्तरीय परीक्षा में कुछेक दिन बाकी हैं तो जाहिर है कि सभी छात्र अच्छे से अच्छे मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे होंगे। हर परीक्षा की तरह एआईपीएमटी के पहले के 15 दिन भी बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। इन्हीं 15 दिनों के दौरान महीनों की तैयारी को फाइनल टच दिया जाता है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक इन आखिरों दिनों में रिविजन, मॉक टेस्ट, सैंपल पेपर सोल्विंग, न्यूमेरिकल प्रैक्टिस और एनालिसिस पर ध्यान देना चाहिए। यहां जानिए कुछ ऐसे महत्वपूर्ण टिप्स तो आपको इन 15 दिनों के दौरान सफल रणनीति बनाने में मदद करेंगे -
मॉक टेस्ट और सैंपल पेपर्स की प्रैक्टिस
फुल लेंथ मॉक टेस्ट और सैंपल पेपर्स की प्रैक्टिस परीक्षा से ठीक पहले बेहद जरूरी है। ऐसा करने से लगातार 3 घंटे पूरी एकाग्रता के साथ टेस्ट देने का स्टैमिना विकसित होगा। बार-बार सैंपल पेपर्स सोल्व करने से टाइम मैनेजमेंट स्ट्रैटेजी मजबूत होगी और कमजोरियों का पता चलेगा। इससे इसका भी अंदाजा लगेगा कि प्रश्न किस तरह के आएंगे और उन्हें किस तरह घुमाया जा सकता है।
अपने बेसिक्स को चमकाएं
अगर बेसिक्स क्लियर हों तो किसी भी प्रश्न को कितना ही क्यों न टेढ़ा बना दिया जाए, वह आसानी से हल हो जाता है। इसके लिए पिछले वर्षों के पेपर्स को सोल्व करें। फॉर्मूलों के बेसिक कॉन्सेप्ट को समझें और स्पीड व एक्युरेसी की कला को विकसित करें।
आकाश एजुकेशनल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर आकाश चौधरी ने कहा, ''इन आखिरी दिनों में रिविजन पर जोर दें। कोई नई किताब न खरीदें और एनसीईआरटी किताब को दोहराएं। 11वीं और 12वीं कक्षा के दौरान आप जिन किताबों से पढ़ें हैं, उन्हीं किताबों से पढ़ें। फिजिक्स के सभी फॉर्मूलों को समझें और याद करें। केमिस्ट्री के महत्वपूर्ण रिएक्शन्स और बायोलॉजी की तथ्यात्मक जानकारी पर जरूर ध्यान दें।''
याद किए हुए को रिवाइज जरूर करें
बीते महीनों में आपने बहुत कुछ याद किया होगा। लेकिन अगर अंतिम दिनों में इसकी रिविजन न की जाए तो आप मुश्किल में पड़ सकते हैं। ऐसे में अपने नोट्स को रिवाइज करें।
परीक्षा के दिन की रणनीति बनाएं
बार-बार सैंपल पेपर सोल्व करने से आपको अंदाजा लग जाएगा कि किसमें आप कमजोर हैं और किसमें मजबूत। ऐसे में हमेशा परीक्षा के दौरान उन सवालों से शुरुआत करें जो आपको आते हैं। इससे आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। किसी सवाल पर अटक गए हैं तो उस पर ज्यादा समय न लगाएं, आगे बढ़ें।
किसी नए टॉपिक को न पढ़ें
इन अंतिम दिनों में किसी नए टॉपिक को न पढ़ना ही बेहतर है। चैप्टर में अंत में दिए गए उदाहरणों को समझें। विभिन्न फॉर्मूलों से जुड़ी तमाम तरह की अज़म्पशन्स और कंडिशन्स पर गौर करें। बायोलॉजी की सभी फिगर्स को अपने दिमाग में बैठाने की कोशिश करें। हमेशा सकारात्मक रहें।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक इन आखिरों दिनों में रिविजन, मॉक टेस्ट, सैंपल पेपर सोल्विंग, न्यूमेरिकल प्रैक्टिस और एनालिसिस पर ध्यान देना चाहिए। यहां जानिए कुछ ऐसे महत्वपूर्ण टिप्स तो आपको इन 15 दिनों के दौरान सफल रणनीति बनाने में मदद करेंगे -
मॉक टेस्ट और सैंपल पेपर्स की प्रैक्टिस
फुल लेंथ मॉक टेस्ट और सैंपल पेपर्स की प्रैक्टिस परीक्षा से ठीक पहले बेहद जरूरी है। ऐसा करने से लगातार 3 घंटे पूरी एकाग्रता के साथ टेस्ट देने का स्टैमिना विकसित होगा। बार-बार सैंपल पेपर्स सोल्व करने से टाइम मैनेजमेंट स्ट्रैटेजी मजबूत होगी और कमजोरियों का पता चलेगा। इससे इसका भी अंदाजा लगेगा कि प्रश्न किस तरह के आएंगे और उन्हें किस तरह घुमाया जा सकता है।
अपने बेसिक्स को चमकाएं
अगर बेसिक्स क्लियर हों तो किसी भी प्रश्न को कितना ही क्यों न टेढ़ा बना दिया जाए, वह आसानी से हल हो जाता है। इसके लिए पिछले वर्षों के पेपर्स को सोल्व करें। फॉर्मूलों के बेसिक कॉन्सेप्ट को समझें और स्पीड व एक्युरेसी की कला को विकसित करें।
आकाश एजुकेशनल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर आकाश चौधरी ने कहा, ''इन आखिरी दिनों में रिविजन पर जोर दें। कोई नई किताब न खरीदें और एनसीईआरटी किताब को दोहराएं। 11वीं और 12वीं कक्षा के दौरान आप जिन किताबों से पढ़ें हैं, उन्हीं किताबों से पढ़ें। फिजिक्स के सभी फॉर्मूलों को समझें और याद करें। केमिस्ट्री के महत्वपूर्ण रिएक्शन्स और बायोलॉजी की तथ्यात्मक जानकारी पर जरूर ध्यान दें।''
याद किए हुए को रिवाइज जरूर करें
बीते महीनों में आपने बहुत कुछ याद किया होगा। लेकिन अगर अंतिम दिनों में इसकी रिविजन न की जाए तो आप मुश्किल में पड़ सकते हैं। ऐसे में अपने नोट्स को रिवाइज करें।
परीक्षा के दिन की रणनीति बनाएं
बार-बार सैंपल पेपर सोल्व करने से आपको अंदाजा लग जाएगा कि किसमें आप कमजोर हैं और किसमें मजबूत। ऐसे में हमेशा परीक्षा के दौरान उन सवालों से शुरुआत करें जो आपको आते हैं। इससे आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। किसी सवाल पर अटक गए हैं तो उस पर ज्यादा समय न लगाएं, आगे बढ़ें।
किसी नए टॉपिक को न पढ़ें
इन अंतिम दिनों में किसी नए टॉपिक को न पढ़ना ही बेहतर है। चैप्टर में अंत में दिए गए उदाहरणों को समझें। विभिन्न फॉर्मूलों से जुड़ी तमाम तरह की अज़म्पशन्स और कंडिशन्स पर गौर करें। बायोलॉजी की सभी फिगर्स को अपने दिमाग में बैठाने की कोशिश करें। हमेशा सकारात्मक रहें।
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