जामिया मिलिया इस्लामिया और ताइवान की नेशनल काओसिंग नॉर्मल यूनिवर्सिटी के बीच अकादमिक सहयोग को और मजबूत बनाने के लिये सहमति पत्र पर साइन किये गए हैं. इसके तहत दोनों यूनिवर्सिटी मानविकी, शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और कला क्षेत्रों में शिक्षण एवं अनुसंधान में आपसी सहयोग करेंगे.
जामिया मिलिया इस्लामिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सहमति पत्र के तहत दोनों यूनिवर्सिटी अकादमिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिये संयुक्त गोष्ठियों का आयोजन करने के साथ, छात्रों का आदान प्रदान और संयुक्त विभागीय अनुसंधान जैसे कार्यों को आगे बढ़ाएंगे.
इस अवसर पर ताइवान के शिक्षा उप मंत्री डा. येटेहर याओ और महानिदेशक एंडी बी पेन ह्वांग आदि मौजूद थे. ताइवान के शिक्षा उपमंत्री याओ ने जामिया विश्वविद्यालय के साथ अपने देश के विश्वविद्यालयों के बीच अकादमिक सहयोग को और मजबूत बनाने की जरूरत बताई.
याओ ने दोनों देशों के बीच शैक्षिक एवं अनुसंधान सहयोग के संबंध में मौजूदा अवसरों के बारे में विचार-विमर्श किया और उम्मीद जताई कि दोनों शैक्षणिक संस्थान द्विपक्षीय सहयोग में महत्वपूर्ण भागीदार बनेंगे.
उन्होंने कहा कि ताइवान सरकार की इच्छा है कि दोनों देशों के विश्वविद्यालयों के बीच विचारों के आदान प्रदान और सहयोग को बढ़ावा देने के लिये ‘यूनिवर्सिटी प्रेसिडेंट्स’ नाम से एक औपचारिक मंच बनाएंगे. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिये ताइवान सरकार हर साल 1000 भारतीय छात्रों को छात्रवृत्तियां प्रदान करने की इच्छा रखती है ताकि वे हर साल अनुसंधान एवं अकादमिक कार्यो के लिये ताइवान आ सकें.
जामिया मिलिया इस्लामिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सहमति पत्र के तहत दोनों यूनिवर्सिटी अकादमिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिये संयुक्त गोष्ठियों का आयोजन करने के साथ, छात्रों का आदान प्रदान और संयुक्त विभागीय अनुसंधान जैसे कार्यों को आगे बढ़ाएंगे.
इस अवसर पर ताइवान के शिक्षा उप मंत्री डा. येटेहर याओ और महानिदेशक एंडी बी पेन ह्वांग आदि मौजूद थे. ताइवान के शिक्षा उपमंत्री याओ ने जामिया विश्वविद्यालय के साथ अपने देश के विश्वविद्यालयों के बीच अकादमिक सहयोग को और मजबूत बनाने की जरूरत बताई.
याओ ने दोनों देशों के बीच शैक्षिक एवं अनुसंधान सहयोग के संबंध में मौजूदा अवसरों के बारे में विचार-विमर्श किया और उम्मीद जताई कि दोनों शैक्षणिक संस्थान द्विपक्षीय सहयोग में महत्वपूर्ण भागीदार बनेंगे.
उन्होंने कहा कि ताइवान सरकार की इच्छा है कि दोनों देशों के विश्वविद्यालयों के बीच विचारों के आदान प्रदान और सहयोग को बढ़ावा देने के लिये ‘यूनिवर्सिटी प्रेसिडेंट्स’ नाम से एक औपचारिक मंच बनाएंगे. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिये ताइवान सरकार हर साल 1000 भारतीय छात्रों को छात्रवृत्तियां प्रदान करने की इच्छा रखती है ताकि वे हर साल अनुसंधान एवं अकादमिक कार्यो के लिये ताइवान आ सकें.
करियर की और खबरों के लिए क्लिक करें
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं