अगले साल 10वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले दिल्ली के सरकारी स्कूलों के 70 प्रतिशत से अधिक स्टूडेंट्स ने विकल्प के तौर पर ‘बेसिक' मैथ को चुना है. बोर्ड परीक्षा में इसे पहली बार शुरू किया गया है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने इस साल की शुरुआत में घोषणा की थी कि वह अलग-अलग विधाओं में स्टूडेंट्स की रूचि को ध्यान में रखते हुए 2020 में 10वीं कक्षा के स्टूडेंट्स के लिए दो स्तर की परीक्षा शुरू करेगा.
सीबीएसई की ओर से जारी सर्कुलर के अनुसार इन परीक्षाओं का नाम मैथ ‘स्टैंडर्ड' (परीक्षा के मौजूदा स्तर के लिए) और मैथ ‘बेसिक' (आसान स्तर के लिए) रखा गया है. हालांकि अगर परीक्षा के बाद स्टूडेंट्स का मन बदलता है तो उन्हें पूरक परीक्षा के दौरान स्टैंडर्ड मैथ की परीक्षा में बैठने का विकल्प दिया जाएगा.
दिल्ली सरकार के आंकड़े के अनुसार परीक्षा में बैठने वाले 70 प्रतिशत से अधिक स्टूडेंट्स ने बेसिक मैथ को चुना है. सीबीएसई ने विकल्प की शुरुआत की अधिसूचना जारी करते हुए कहा कि राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचे के अनुसार दो स्तर की परीक्षा होने से न सिर्फ अलग-अलग पाठ्यक्रम में स्टूडेंट्स की रूचि का पता चलेगा बल्कि इससे स्टूडेंट्स में तनाव भी कम होगा.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं