रिजर्व बैंक की यूनियनों से जुड़े 17,000 कर्मचारी गुरुवार को एक दिन की हड़ताल पर जा रहे हैं। ये कर्मचारी केंद्रीय बैंक के विभिन्न सुधार उपायों का विरोध कर रहे हैं। साथ ही उनकी बेहतर सेवानिवृत्ति लाभ की भी मांग है। एक दिन के सामूहिक 'आकस्मिक अवकाश' से बैंकों में निपटान गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं।
यूनियनें सरकार के सार्वजनिक ऋण प्रबंधन गतिविधियां केंद्रीय बैंक से लेने तथा मौद्रिक नीति पर उसके अधिकारों में कटौती करने का विरोध कर रही हैं। यह केंद्रीय बैंक में छह साल में पहली हड़ताल है। इसका आह्वान यूनाइटेड फोरम ऑफ रिजर्व बैंक ऑफिसर्स एंड एम्पलाइज ने किया है। हालांकि, हड़ताल से निपटान गतिविधियां प्रभावित होने की आशंका है, लेकिन बताया जाता है कि आरटीजीएस सुविधाएं खुली रहेंगी।