टाटा संस के स्वतंत्र निदेशक व पूर्व राजनयिक रोनेन सेन ने दस्तावेजों को सोचे समझे अंदाज में लीक करने के लिए साइरस मिस्त्री पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि इसके जरिये लगाए गए 'आक्षेप' एक तरह से 'स्वकेंद्रित प्राथमिकताओं व सोच' वाली मनोदशा को परिलक्षित करता है.
इसके साथ ही सेन ने उन अटकलों को खारिज किया है कि उन्होंने टाटा संस के निवर्तमान चेयरमैन मिस्त्री के कामकाज की सराहना की, लेकिन उन्हें हटाए जाने का भी समर्थन किया. सेन ने टाटा कर्मचारियों को एक पत्र में उक्त बात कही है और मिस्त्री पर निशाना साधा है.
इसमें उन्होंने कहा है कि 'पूर्व चेयरमैन के करीबी सूत्रों द्वारा विभागीय दस्तावेजों को जानबूझकर व चुन चुन कर लीक' किया जा रहा है. उन्होंने सवाल उठाया है कि इस तरह दस्तावेज लीक किए जाने से टाटा संस के बोर्ड में उनके सहयोगी निदेशकों का विश्वास बढ़ेगा या और टूटेगा.
रिपोर्ट्स के अनुसार सेन और एक अन्य स्वतंत्र निदेशक फरीदा खंबाटा ने चेयरमन के रूप में मिस्त्री के कामकाज की सराहना की. लेकिन जब मिस्त्री को हटाने की बात आई तो सेन और एक अन्य सदस्य विजय सिंह ने इसके पक्ष में मत दिया.
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