शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह जारी होने वाले सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के रुख से तय होगी। मार्च तिमाही के जीडीपी के आंकड़े शुक्रवार को आने हैं।
गुरुवार को मई, 2013 के वायदा एवं विकल्प अनुबंध समाप्त होने हैं, जिसके कारण सप्ताह के शुरुआती दिनों में बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है। 31 मई यानी शुक्रवार को सरकार सार्वजनिक रूप से पिछले वित्तीय वर्ष की चौथी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़ों की घोषणा करेगी।
तीसरी तिमाही (दिसंबर, 2013) में भारत का सकल घरेलू उत्पाद 4.5 फीसदी रहा, जबकि दूसरी तिमाही (सितंबर 2013) में यह आंकड़ा 5.3 फीसदी रहा था। निकट भविष्य में निवेशकों की रुचि घरेलू बाजारों में होने वाले विदेश निधि प्रवाह की ओर होगी। मई माह में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने घरेलू शेयरों पर 18,197.70 करोड़ रुपये का निवेश किया, जबकि अप्रैल में 5,414.10 करोड़ रुपये का निवेश किया गया।
वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक (22 मई) घरेलू बाजारों में एफआईआई द्वारा कुल 79,234.10 करोड़ रुपये का निवेश किया जा चुका है। सरकार द्वारा मौद्रिक नीति सरल कर देने के बाद से भारतीय शेयर बाजारों में विदेशी पोर्टफोर्लियो निवेशकों द्वारा निवेश बढ़ा है। गत वित्तीय वर्ष की अंतिम तिमाही के मुनाफा अर्जित करने की अवधि लगभग समाप्ति की ओर है।
चौथी तिमाही के परिणाम सूची के अनुसार, कोल इंडिया आगामी 27 मई (सोमवार) को समेकित वित्तीय वर्ष 2013 के कारोबारी परिणामों की घोषणा करेगी। वॉकहार्ड अपने चौथी तिमाही के कारोबारी परिणामों की घोषणा 27 मई (सोमवार) को करेगी। सन फार्मा, गेल इंडिया, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और एचपीसीएल 28 मई (मंगलवार) को अपने चौथी तिमाही के परिणाम घोषित करेंगे। 28 मई (बुधवार) को बीपीसीएल, केनरा बैंक, सिप्ला और ओएनजीसी अपनी चौथी तिमाही के परिणाम घोषित करेंगे।
गुरुवार, 30 मई को डीएलएफ, इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन और भारत इलेक्ट्रिकल्स अपनी चौथी तिमाही (मार्च 2013) के कारोबारी परिणामों की घोषणा करेंगे। अब तक घोषित चौथी तिमाही के कारोबारी परिणामों के मुताबिक साल 2011-12 की समान अवधि के मुकाबले 2012-13 में 1,379 कंपनियों द्वारा 6.9 फीसदी यानी 7,82,289 करोड़ की बिक्री का कुल शुद्ध लाभ 3.8 फीसदी यानी 75,830 करोड़ रुपये है।