करीब छह महीने पहले 12 खनिज संपन्न राज्यों में 43 खानों की नीलामी की प्रक्रिया शुरू की गई थी। पर अभी तक सिर्फ छह ब्लाकों के लिए ही खरीदार मिल पाए हैं। इस वजह से केंद्र ने राज्यों को ‘अधिक प्रयास’ करने का निर्देश दिया है।
राज्यों ने पहले चरण में नीलामी के लिए लौह अयस्क, बॉक्साइट, सोने और चूना पत्थर जैसे खनिजों वाली 43 खानों की पहचान की थी। इनमें से सिर्फ छह खानों की नीलामी की जा सकी है। इनसे रॉयल्टी सहित 18,146 करोड़ रपये का राजस्व मिलेगा।
तीन राज्यों द्वारा सिर्फ छह ब्लाकों की ही नीलामी की गई
केंद्र और राज्यों के प्रतिनिधियों की इसी महीने हुई उच्चस्तरीय बैठक में खान सचिव बलविंदर कुमार ने नीलामी की धीमी रफ्तार पर असंतोष जताते हुए कहा कि अभी तक तीन राज्यों द्वारा सिर्फ छह ब्लाकों की ही नीलामी की गई है। संयोजन सह सशक्तीकरण समिति (सीसीईसी) की बैठक में कुमार ने राज्यों को इसके लिए अपने प्रयास तेज करने को कहा, जिससे नीलामी को सफल बनाय जा सके।
बैठक में विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों ने कहा कि भूमि के स्वामित्व, उत्पादन स्थल से खान की दूरी, खान के आसपास पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र जैसे मुद्दों की वजह से कंपनियां नीलामी में भाग लेने से कतरा रही हैं।
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