रूस-यूक्रेन के बीच सैन्य संघर्ष की शुरुआत के साथ गुरुवार को शेयर बाजार ने जबरदस्त गिरावट देखी. लेकिन शुक्रवार को कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन बाजार ने मजबूती दिखाई और ओपनिंग में बीएसई सेंसेक्स ने 1,100 अंकों तक की तेजी दर्ज कर ली. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 1,059 अंक चढ़कर 55,590 पर और निफ्टी 293 अंक बढ़कर 16,541 पर आया. घरेलू शेयर बाजारों के प्रमुख सूचकांकों में शुरुआती कारोबार के दौरान दो प्रतिशत तक की तेजी हुई.
सुबह 10.07 पर सेंसेक्स 1,206.10 अंकों या 2.21% की तेजी के साथ 55,736.01 के स्तर पर था. वहीं, निफ्टी इस दौरान 16,620.40 के स्तर पर था. इसमें 372.45 अंकों या 2.29% की तेजी दर्ज हो रही थी.
पहले घंटे में रियल्टी इंडेक्स में लगभग 5 फीसदी तक की तेजी दर्ज की जा रही थी. सबसे ज्यादा बढ़त इंडिया बुल्स रियल एस्टेट, सनटेक रियल्टी, डीएलएफ और लोढा के शेयरों में दर्ज हुई. सेंसेक्स में इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व और एसबीआई बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे.
शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक यूक्रेन संकट से घबराए विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 6,448.24 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. इसबीच ब्रेंट क्रूड वायदा दो फीसदी की तेजी के साथ 101.20 डॉलर प्रति बैरल पर था.
बता दें रूस के यूक्रेन पर सैन्य हमले के बाद गुरुवार को भारी गिरावट दर्ज की गई थी. वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली के बीच घरेलू शेयर बाजारों में बड़ी गिरावट आयी और बीएसई सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 2,700 अंक से अधिक लुढ़क गया. करीब दो साल में एक दिन की यह सबसे बड़ी गिरावट रही.
सेंसेक्स कारोबार के दौरान एक समय करीब 2,850 अंक तक नीचे चला गया था. अंत में यह 2,702.15 अंक यानी 4.72 प्रतिशत का गोता लगाकर 54,529.91 अंक पर बंद हुआ. यह 23 मार्च, 2020 के बाद एक दिन का सबसे बड़ा नुकसान है जबकि अबतक की चौथी सबसे बड़ी गिरावट है. निफ्टी 815.30 अंक यानी 4.78 प्रतिशत टूटकर 16,247.95 अंक पर बंद हुआ. इस गिरावट के चलते निवेशकों की 13 लाख करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति डूब गई.