यूक्रेन-रूस तनाव से प्रभावित बाजारों के बीच बुधवार को घरेलू शेयर बाजारों में रिकवरी दिखी है. बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 300 अंकों से ज्यादा की तेजी के साथ 57, 600 के स्तर पर पहुंचा. निफ्टी भी 83 अंक चढ़कर 17,175 अंक पर खुला. ऑटो और बैंकिंग शेयरों में तेजी दर्ज की गई. विश्लेषकों का मानना है कि यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई शुरू करने वाले रूस के खिलाफ प्रतिबंधों की घोषणा से उसके तेवर थोड़े नरम हो सकते हैं. ऐसा होने से युद्ध के हालात नहीं बनेंगे और इसी उम्मीद में वैश्विक बाजारों में आज सुधार देखा गया.
सुबह 10.24 पर सेंसेक्स 161.17 अंकों या 0.28% की तेजी लेकर 57,461.85 के स्तर पर चल रहा था. वहीं, निफ्टी 17,140.85 के स्तर पर था, वहीं, इसमें 48.65 अंकों या 0.28% की तेजी दर्ज हो रही थी.
सेंसेक्स में शामिल 30 में से 27 कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गई. सिर्फ एलएंडटी, नेस्ले और एचयूएल के शेयर ही नुकसान में नजर आए. एशिया के अन्य बाजारों में भी काफी हद तक सकारात्मक कारोबार देखा गया. अमेरिका, जापान और यूरोपीय देशों की तरफ से रूस के खिलाफ सख्त कदमों की घोषणा से जंग टलने की उम्मीद बढ़ी है.
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 96.74 डॉलर प्रति बैरल पर रहा जो एक दिन पहले के 99.50 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से सुधरा हुआ है. इस बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजारों से निकासी जारी रखी है. शेयर बाजार से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, विदेशी निवेशकों ने मंगलवार को 3,245.52 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की.
बता दें कि मंगलवार को बाजार में लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में गिरावट जारी रही थी और उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 383 अंक नुकसान में रहा. वैश्विक बाजारों में भारी बिकवाली के बीच सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले टीसीएस, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में गिरावट से घरेलू बाजार नीचे आया.
सेंसेक्स करीब 1,300 अंक लुढ़क गया था. बाद में इसमें तेजी से सुधार आया. इसके बावजूद यह अंत में 382.91 अंक यानी 0.66 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,300.68 अंक पर बंद हुआ. निफ्टी भी 114.45 अंक यानी 0.67 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,092.20 अंक पर बंद हुआ.