घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार को तेजी लौटी और बीएसई सेंसेक्स में 63.72 अंक की बढ़त रही. सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में भारी लिवाली और विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने से बाजार में तेजी रही. हालांकि, तिमाही नतीजे आने से पहले सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार की बढ़त पर कुछ अंकुश लगा। कंपनियों के वित्तीय परिणाम इस सप्ताह से आने शुरू हो जाएंगे.
शुक्रवार को आई तेज गिरावट के बाद 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 63.72 अंक यानी 0.10 प्रतिशत चढ़कर 65,344.17 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 353.04 अंक तक चला गया था.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 24.10 अंक यानी 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 19,355.90 अंक पर बंद हुआ.
सेंसेक्स के शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे अधिक 3.78 प्रतिशत मजबूत हुआ. इसके अलावा टाटा स्टील, भारती एयरटेल, इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, आईसीआईसीआई बैंक और टाटा मोटर्स में भी तेजी रही.
दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में टाइटन, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, पावर ग्रिड, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, विप्रो, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एक्सिस बैंक और नेस्ले शामिल हैं.
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों की लिवाली जारी है और उन्होंने शुक्रवार को 790.40 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू शेयर बाजारों में चौतरफा नरमी रही. लेकिन प्रमुख शेयरों में लिवाली से दोनों मानक सूचकांक मामूली बढ़त में रहने में कामयाब हुए. आईटी शेयरों में नरमी देखी गयी. कंपनियों के पहली तिमाही के परिणाम आने से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया. ऐसी आशंका है कि इन कंपनियों के नतीजे कुछ हल्के रहेंगे.''
उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा अमेरिकी बाजार से जो संकेत मिले हैं, वे अनुकूल नहीं हैं. अमेरिका में खुदरा मुद्रास्फीति में नरमी की उम्मीद के बावजूद एक बार और ब्याज दर में वृद्धि की संभावना जतायी जा रही है.''
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की नुकसान में रहे. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा. अमेरिकी बाजार शुक्रवार को नुकसान में रहे थे. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.80 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77.84 डॉलर प्रति बैरल रहा.
बीएसई सेंसेक्स में शुक्रवार को 505.19 और निफ्टी में 165.50 अंक की गिरावट आई थी.