जाने-माने उद्योगपति और टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने कहा कि उनका किसी भी तरह की क्रिप्टो करेंसी से कोई संबंध नहीं है. क्रिप्टो करेंसी में अपने निवेश से जुड़ी रिपोर्ट को सिरे से खारिज करते हुए टाटा ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मैं लोगों से इससे दूर रहने का आग्रह करता हूं. मेरा किसी भी तरह की क्रिप्टो करेंसी से कोई संबंध नहीं हैं.''
उन्होंने अपने निवेश के बारे में प्रकाशित एक लेख का ‘स्क्रीनशॉट' साझा करते हुए लिखा, ‘‘यदि आप क्रिप्टोकरेंसी के साथ मेरे जुड़ाव का उल्लेख करने वाला ऐसा कोई भी लेख या विज्ञापन देखते हैं, तो वे बिल्कुल झूठ हैं और उनका मकसद नागरिकों के साथ घोटाला करना है.''
टाटा से पहले महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने भी 2021 में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश की खबरों से इनकार किया था. महिंद्रा ने इस संपत्ति में निवेश के दावे वाली रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा था कि यह पूरी तरह से मनगढंत और धोखाधड़ी वाली रिपोर्ट है.
महिंदा ने दावा किया था कि उन्होंने ‘‘क्रिप्टोकरेंसी में एक रुपये का भी निवेश नहीं किया है.''