ईंधन तेल का विपणन करने वाली कंपनियों (ओएमसीज) ने बुधवार को डीजल और पेट्रोल की कीमतों में करों के अतिरिक्त क्रमश: 50 पैसे और 70 पैसे की वृद्धि की है। डीजल और पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमतें बुधवार की आधी रात से लागू हो जाएंगी।
सरकारी स्वामित्व वाले भारतीय तेल निगम (आईओसी) ने कहा है कि रुपये की कीमत में गिरावट और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि के कारण यह कदम अपरिहार्य हो गया था।
देश की सबसे बड़ी ईंधन तेल का विपणन करने वाली कंपनी आईओसी ने कहा, "पिछली बार कीमतें बढ़ाए जाने के बाद से पेट्रोल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें काफी बढ़ गई हैं। रुपये से डॉलर के विनिमय दर में हालांकि मामूली सुधार हुआ है। इन कारणों के संयुक्त प्रभाव के फलस्वरूप पेट्रोल की कीमत में 70 पैसे की वृद्धि अनिवार्य हो गई थी।"
नई दिल्ली में अब पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमत 71.28 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता में 78.64 रुपये, मुम्बई में 78.61 रुपये तथा चेन्नई में 74.49 रुपये प्रति लीटर होगी।
रुपये की कीमत में तेज गिरावट के कारण तेल का आयात महंगा हो गया था। इससे तेल कंपनियों पर काफी दबाव बढ़ गया था, क्योंकि वे रियायती दरों पर डीजल की आपूर्ति कर रही थीं।
तेल विपणन कंपनियां प्रत्येक दो सप्ताह में पेट्रोल और डीजल की कीमतों की समीक्षा करती हैं।
इससे पहले 14 जुलाई 2013 को पेट्रोल की कीमत में 1.55 रुपयों की तथा उससे पहले 29 जून 2013 को 1.82 रुपयों की बढ़ोतरी की गई थी। डीजल की कीमतों में पीछली बार एक जून 2013 को 50 पैसे की बढ़ोतरी की गई थी।
(इनपुट आईएएनएस से भी)