खास बातें
- प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से खाद्य और कपड़ा मंत्रालयों की किसान विरोधी नीति की शिकायत करने के बाद कृषिमंत्री शरद पवार ने कहा कि सरकार में इन मुद्दों पर किसी तरह का मतभेद नहीं है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से खाद्य और कपड़ा मंत्रालयों की किसान विरोधी नीति की शिकायत करने के बाद कृषिमंत्री शरद पवार ने कहा कि सरकार में इन मुद्दों पर किसी तरह का मतभेद नहीं है। संवाददाताओं द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या निर्यात नीति पर उनके विचारों को गंभीरता से नहीं लिया गया है, पवार ने कहा, ‘‘इस तरह की कोई बात नहीं है। चीनी के अधिक निर्यात का फैसला हो चुका है। इस सभी मुद्दों पर फैसला एक साथ होता है। किसी तरह का कोई मतभेद नहीं है और न ही किसी को घेरने की कोशिश की जा रही है।’’
पवार ने हाल में प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि खाद्य और कपड़ा मंत्रालयों द्वारा किसान विरोधी नीतियां अपनाई जा रही हैं। कृषिमंत्री द्वारा उठाए गए मुद्दों पर प्रधानमंत्री द्वारा अगले सप्ताह बुलाई गई बैठक में विचार-विमर्श होगा।
इन नीतियों को प्रतिगामी बताते हुए पवार ने कहा था कि कपड़ा उद्यमियों के हितों के लिए छोटे किसानों के हितों के साथ समझौता किसी तरह उचित नहीं है। उनकी यह शिकायत मुख्य रूप से कपास निर्यात पर प्रतिबंधों को लेकर थी।