कर्ज के बोझ तले दबी किंगफिशर एयरलाइंस का घाटा पिछले साल की तुलना में और बढ़ गया है। विमानों के बेकार खड़े होने की वजह से जून में समाप्त तिमाही में विमानन कंपनी का घाटा 650.8 करोड़ रुपये रहा। इससे पहले एयरलाइंस को पिछले साल इसी अवधि में 263.5 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
अप्रैल से जून, 2012 तिमाही में कंपनी की संचालन आय 301.4 करोड़ रुपये रह गई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में कंपनी ने 1,907 करोड़ रुपये की कमाई की थी। बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में किंगफिशर एयरलाइंस ने यह जानकारी दी है।
कंपनी ने कहा है, महंगा ईंधन, ऊंची ब्याज दर, रुपये का अवमूल्यन और पट्टे पर लिए गए विमानों को लौटाने पर हुए खर्च तथा खड़े विमानों से जुड़ी लागत से कंपनी को कर भुगतान के बाद 651 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। कंपनी के परिणाम जारी होने से पहले ही शुक्रवार को उसके शेयर अंकित मूल्य से भी नीचे चल गए। बंबई शेयर बाजार में किंगफिशर का शेयर मूल्य 11.06 प्रतिशत घटकर 7.40 रुपये रह गया। इससे पहले कारोबार के दौरान यह एक समय 7.27 रुपये तक गिर गया था।
कंपनी ने कहा है कि उसकी नकदी की जरुरतों को पूरा करने के लिए यूबी समूह ने एयरलाइंस को अब 750 करोड़ रुपये का सहयोग दिया है। किंगफिशर को लगातार यह विश्वास है कि उसे पूंजी मिलेगी और फिर से मुनाफे के रास्ते पर लौटेगी। एयरलाइंस कंपनी कई रणनीति और वित्तीय निवेशकों के साथ नई पूंजी के लिए बातचीत कर रही है।