अबू धाबी की विमान कंपनी एतिहाद के साथ जेट एयरवेज के 24 प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री के लिए सौदा कर चुके कंपनी के चेयरमैन नरेश गोयल ने कहा कि इस रणनीतिक गठजोड़ से जेट का मुनाफा बढ़ेगा और खर्चे कम होंगे।
इस प्रस्ताव पर जेट एयरवेज के शेयर धारकों की विशेष बैठक (ईजीएम) में गोयल ने कहा, एतिहाद के निवेश से हमारे कर्ज में कमी करने और मजबूती के साथ वृद्धि करने में मदद मिलेगी। एतिहाद को वरीयता के आधार पर शेयर आवंटित करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है, पर यह सौदा नियामकीय प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद ही प्रभावी होगा।
उल्लेखनीय है कि इस सौदे पर भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) समेत अन्य नियामकीय एजेंसियों की निगाह है। गोयल ने कहा, व्यावसायिक समझौते से एतिहाद को अपनी उड़ान विस्तार में मदद मिलेगी, लागत घटेगी और इसका मुनाफा बढ़ेगा। सौदे के अनुसार एतिहाद करीब 2,058 करोड़ रुपये में जेट एयरवेज की 24 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करेगी।
पिछले साल सितंबर में देश की प्रत्यक्ष विदेशी नीति में बदलाव के बाद किसी विदेशी एयरलाइन का भारतीय एयरलाइन में यह पहला प्रत्यक्ष निवेश होगा। दोनों कंपनियों ने कहा है कि इस सौदे के बाद भी जेट एयरवेज में बड़ी हिस्सेदारी और इसका प्रभावी नियंत्रण भारतीयों के हाथ में रहेगा। गोयल 51 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ इसके गैर कार्यकारी चेयरमैन रहेंगे।