अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीति निर्माताओं द्वारा अर्थव्यवस्था के उत्प्रेरक उपायों के महीने भर के भीतर कम किए जाने की संभावना व्यक्त करने से वैश्विक बाजार में सोने में गिरावट आने के बाद स्थानीय बाजारों में भी बिकवाली दबाव बढ़ गया और लगातार आठवें दिन पीली धातु में गिरावट जारी रही।
इस साल सोने की कीमतों में अब तक 20 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। एमसीएक्स पर सोमवार दोपहर में सोना 1.5 फीसदी से ज्यादा कमजोर होकर 25,420 रुपये के आसपास पहुंच गया। वहीं चांदी की कीमत चार फीसदी टूटकर 41,000 रुपये के नीचे पहुंच गई।
टेक्निकल एनालिस्ट चिराग कबानी ने एनडीटीवी प्रॉफिट को बताया कि सोना 25,400 के अहम सपोर्ट लेवल पर कारोबार कर रहा है और यदि यह इससे नीचे जाता है, तो फिर इसकी कीमतें मध्यम अवधि में 24,600-23,500 के बीच बनी रह सकती हैं।