आभूषण और फुटकर विक्रेताओं की शादी विवाह के मौसम की लिवाली के बीच विदेशों में मजबूती के रुख के कारण लगातार तीसरे सप्ताह सोने, चांदी की कीमतों में तेजी कायम रही।
बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशों में मजबूती के रुख तथा चालू शादी विवाह के सीजन की मांग को पूरा करने के लिए आभूषण एवं फुटकर विक्रेताओं की लिवाली बढ़ने के कारण सोना और चांदी दोनों की कीमतों में तेजी रही।
सप्ताह के दौरान वैश्विक स्तर पर सोने की कीमत 1,104.50 डॉलर प्रति औंस की ऊंचाई को छूने के बाद अंत में 0.5 प्रतिशत की तेजी दर्शाती 1,098 डॉलर प्रति औंस हो गई।
इस बीच, सरकार ने वैश्विक कीमतों के रुख के अनुरूप सोने के आयात शुल्क मूल्य को बढ़ाकर 354 डॉलर प्रति 10 ग्राम और चांदी पर आयात शुल्क मूल्य को 457 डॉलर प्रति किग्रा कर दिया।
चालू माह के पहले पखवाड़े के दौरान सोने का आयात शुल्क मूल्य 345 डॉलर प्रति 10 ग्राम था और चांदी पर यह 452 डॉलर प्रति किग्रा था।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 99.9 और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत की कमजोर शुरुआत हुई और कमजोर मांग के कारण इसकी कीमत 26,350 रुपये और 26,200 रुपये प्रति 10 ग्राम तक नीचे चले गई।
हालांकि बाद में आभूषण और फुटकर विक्रेताओं की शादी विवाह के मौसम की लिवाली से इसमें तेजी लौटी और इनकी कीमतें क्रमश: 26,900 रुपये और 26,750 रुपये प्रति 10 ग्राम के दो माह के उच्चतम स्तर को छूने के बाद अंत में 60.60 रुपये की तेजी प्रदर्शित करते क्रमश: 26,610 रुपये और 26,460 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुईं।
हालांकि, गिन्नी की कीमत 22,400 रुपये प्रति आठ ग्राम पर स्थिर बनी रही। लिवाली और बिकवाली के झोंकों के बीच उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में चांदी तैयार के भाव सप्ताहांत में 295 रुपये की तेजी के साथ 34,310 रुपये प्रति किग्रा और साप्ताहिक डिलीवरी के भाव 200 रुपये की तेजी के साथ 34,225 रुपये प्रति किग्रा पर बंद हुए।
दूसरी ओर चांदी सिक्कों के भाव लिवाल 49,000 रुपये और बिकवाल 50,000 रुपये प्रति सैंकड़ा पर स्थिरता का रुख लिए बंद हुए।