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विजय माल्या के खिलाफ जांच का दायरा बढ़ा, बैंकों के पूर्व प्रमुखों से पूछताछ शुरू : रिपोर्ट

पूर्ववर्ती किंगफिशर एयरलाइंस में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) ने विभिन्न बैंकों के पूर्व प्रमुखों से पूछताछ शुरू की है.
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NDTV Profit हिंदी03:50 AM IST, 29 Aug 2016NDTV Profit हिंदी
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पूर्ववर्ती किंगफिशर एयरलाइंस में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) ने विभिन्न बैंकों के पूर्व प्रमुखों से पूछताछ शुरू की है.

आरोप है कि उक्त बैंकों ने विजय माल्या की अगुवाई वाली इस विमानन कंपनी के बढ़ते घाटे के बावजूद बिना समुचित जांच के किंगफिशर एयरलाइंस को नया कर्ज दिया था. एसएफआईओ इन आरोपों की भी जांच कर रही है कि किंगफिशर एयरइलाइंस को कर्ज उसके ब्रांडों व अन्य आस्तियों के 'बढ़ा चढ़ाकर पेश किए गए' मूल्यांकन के आधार पर दिया गया.

विजय माल्या के खिलाफ तो सीबीआई व प्रवर्तन निदेशालय सहित अनेक एजेंसियों की जांच चल रही है. सूत्रों ने कहा कि एसएफआईओ ने किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़े मामलों में अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है. एजेंसी अब संदिग्ध कमियों के लिए बैंकों के साथ-साथ उनके शीर्ष प्रबंधन कर्मियों पर ध्यान दे रही है, जिन्होंने कंपनी को कर्ज देने में संपत्तियों व देनदारियों का समुचित निरीक्षण नहीं किया है. उन्होंने कहा कि एसएफआईओ ने कुछ सार्वजनिक बैंकों के पूर्व प्रमुखों से पूछताछ की है, जिन्होंने किंगफिशर एयरलाइंस को नया कर्ज दिया, जबकि उसका घाटा बढ़ रहा था.

वहीं कुछ सार्वजनिक बैंकों के पूर्व प्रमुखों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि एसएफआईओ ने उनसे संपर्क किया है, लेकिन कहा कि एजेंसियां ऋण वितरण तथा अन्य तकनीकियों के बारे में सूचना चाहती है. उन्होंने कहा कि शीर्ष प्रबंधन स्तर पर कोई त्रुटि नहीं हुई थी और उन्होंने आधिकारिक सवालों को सम्बद्ध बैंकों के पास भेज दिया.

सूत्रों का कहना है कि एसएफआईओ ने दस से अधिक बैंकों के पूर्व आला अधिकारियों को सम्मन भेजा है. इस बारे में एसएफआईओ के निदेशक व कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय को भेजे गए सवालों का कोई जवाब नहीं आया.

गौरतलब किंगफिशर एयलाइंस को ज्यादातर कर्ज 2007 से 2010 के दौरान दिया गया, जबकि कंपनी का शुद्ध घाटा 2008-09 में बढ़कर 1600 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया. अब विजय माल्या को 'विलफुल डिफॉल्टर' घोषित किया जा चुका है और मार्च में देश से बाहर जा चुके हैं. बैंकों का उन पर 9000 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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