एप्पल आईफोन (Apple Iphone) का क्रेज इस तरह लोगों के सिर बोल रहा है कि हर कोई इसे खरीदने की चाहत रखता है. हालांकि, iPhone इतने महंगे होते हैं कि हर कोई इन्हें अफोर्ड नहीं सकता. लेकिन महंगे होने के बावजूद भी इसकी दीवानगी लोगों में सिर चढ़कर बोलती है. हाल में एक ई-कॉमर्स कंपनी के चार कर्मचारियों को लगभग 10 लाख रुपये के मोबाइल फोन चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इन्होंने साउथ-वेस्ट दिल्ली के बिंदापुर इलाके में स्थित अपने ऑफिस से कई एंड्राइड फोन और आईफोन गायब किए हैं. इन आरोपियों की पहचान मनीष (22), अमन (22), दिलीप (38) और संजय (33) के रूप में हुई है. ये सभी दोस्त हैं और दिल्ली के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं.
जब दिल्ली पुलिस ने इन आरोपियो के दबोचा तो दिलचस्प खुलासा हुआ. पुलिस के मुताबिक, इस चोरी की घटना का मास्टरमाइंड मनीष था. दरअसल, वह अपनी गर्लफ्रेंड को उसके बर्थडे पर आईफोन गिफ्ट करना चाहता था. पूछताछ में मनीष ने बताया कि सबसे पहले उसने ऑफिस से दो आईफोन चुराए थे. लेकिन बाद में उसे लगा कि यह आसानी से पैसा कमाने का जरिया है. फिर उसने अपने तीन दोस्तों को अपनी प्लानिंग में शामिल कर लिया और कंपनी से फोन चुराने लगा. पुलिस को जांच के दौरान यह पता चला कि इन चारों दोस्तों ने मिलकर अपने ही ऑफिस से सात आईफोन और सात एंड्रॉइड फोन चुराए थे.
एक ऑडिट के दौरान गुरुवार को ई-कॉमर्स कंपनी के मैनजर मनीष पंत को चोरी की इस घटना का पता चला. जिसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी ने पुलिस को दी. कंपनी के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया तो पता चला कि कंपनी के ही चार कर्मचारियों ने कई महंगे फोन गायब किए हैं. जब दिल्ली पुलिस को शुक्रवार को यह इनपुट मिली कि ये चारों मिलकर चोरी किए गए आईफोन को बेचने की कोशिश में हैं और वह उत्तम नगर नजफगढ़ रोड पर मेट्रो पिलर 730 के पास नजर आए हैं तो पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया.
पुलिस ने जाल बिछाकर चार आरोपियों में से मनीष, अमन और दिलीप को गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से कुल 5 फोन बरामद किए गए जिसमें दो आईफोन और 3 एंड्राइड फोन शामिल हैं. वहीं, जब पुलिस ने इन तीनों आरोपियों से कड़ी पूछताछ की तो चौथे आरोपी संजय का भी पता लग गया और उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया. इसके पास से भी दो आईफोन बरामद हुए. इसके साथ ही यह भी पता लगा कि ऑफिस से आइफोन गायब करने का काम मनीष दिलीप और संजय को मिला था जबकि संजय खास तौर पर इन चुराए फोनों को बाजार में बेचने का काम करता था.