अमेरिका की प्रमुख वाहन निर्माता कम्पनी, फोर्ड और उसके लिए विज्ञापन बनाने वाली कम्पनी डब्ल्यूपीपी ने भारत में निर्मित कार फोर्ड फिगो के विज्ञापन के लिए माफी मांगी है। विज्ञापन में कार के पिछले हिस्से में बंधी हुई महिलाओं को दिखाया गया है।
कार का निर्माण फोर्ड इंडिया चेन्नई में करती है। मार्च 2010 से इसका निर्यात हो रहा है। कार का एक नया मॉडल जनवरी 2013 में दक्षिण अफ्रीका में लांच किया गया था।
समाचार वेबसाइट सीएनएन मनी के मुताबिक डब्ल्यूपीपी के लिए फोर्ड के प्रवक्ता क्रिस प्रियस ने बताया कि विवादास्पद कार्टून फोर्ड द्वारा भुगतान किए जाने वाले विज्ञापन अभियान का हिस्सा नहीं था। यह हालांकि विज्ञापन अभियान से जुड़ी हुई टीम ने एक रचनात्मक गतिविधि के तहत एक प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए बनाया था।
उन्होंने कहा, "यह एक पोस्टर है, जिसे एक वेबसाइट पर लगाया गया था और उसे वहां से हटा लिया गया है।"
इस श्रंखला से सम्बंधित एक तस्वीर में इटली के पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी को फोर्ड फिगो चलाते हुए दिखाया गया है। कार के पीछे बॉक्स में तीन युवतियों को बांध कर रखा गया है।
एक अन्य तस्वीर में पेरिस हिल्टन को फिगो चलाते दिखाया गया है, जिसके पीछे तीन युवतियां बंधी हुई हैं, जो देखने में कार्डेशियन बहनों जैसी लगती हैं।
तीसरी तस्वीर में तीन पुरुष रेस कार चालक, कार के पीछे बंधे हुए हैं।
फोर्ड ने एक बयान में कहा, "हम इस घटना पर खेद जताते हैं और अपने एजेंसी साझेदार के साथ स्वीकार करते हैं कि ऐसा नहीं होना चाहिए था।"
डब्ल्यूपीपी ने भी एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि उसे 'अरुचिकर' पोस्टरों के लिए 'खेद है'।