शेयर बाजारों में कारोबार का अंत सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन निगेटिव जोन में हुआ. सेंसेक्स 221 अंक गिरकर 29707 के स्तर पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 9200 के स्तर से नीचे सिमटा. अमेरिका द्वारा सीरियाई में असद के एयरबेस पर दर्जनों मिसाइल दागने के बाद तेल की कीमतों में करीब 1 फीसदी की तेजी देखी गई और इसी के साथ दुनिया भर के शेयर बाजारों में उठापटक मच गई.
ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स में करीब 1 डॉलर प्रति बैरल की तेजी देखी गई. यानी करीब 2 फीसदी यानी यह 0237 GMT पर 55.78 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. यूएस का डब्ल्यूटीआई क्रूड फ्यूचर्स भी करीब 1 डॉलर प्रति बैरल उछल गया, यानी यह करीब 2 फीसदी की तेजी के साथ 52.64 डॉलर प्रति बैरल हो गया. मार्च के शुरुआती समय से लेकर अब तक यह कीमतों का सबसे ऊंचा स्तर है. अमेरिका के इस कदम का दुनिया भर के बाजारों पर तगड़ा असर पड़ा. तेल की कीमतें उछलीं, सुरक्षित निवेश के प्रॉडक्ट जैसे कि सोना भी उछल गया और शेयर बाजारों समेत अमेरिकी डॉलर ने गोता खा लिया.
आज सुबह एशियाई बाजारों की गिरावट से बंबई शेयर बाजार (बीएसई) में 164 अंक गिरकर 29,763.02 अंक पर पहुंच गया. बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक शुरुआती कारोबार में आज 164.32 अंक यानी 0.54 प्रतिशत गिरकर 29,763.02 अंक रह गया. स्वास्थ्य देखभाल, एफएमसीजी, धातु, बिजली और पूंजीगत सामानों के समूह सूचकांक गिरावट में रहे और इनमें 0.61 प्रतिशत तक गिरावट दर्ज की गई.
(एजेंसियों से इनपुट)