भारत और अमेरिका के बीच राजनयिक देवयानी खोबरागड़े मामले में चल रही तनातनी का दोनों देशों के वाणिज्यिक संबंधों पर नहीं पड़ेगा। यह बात वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने आज यहां कही।
शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा, भारत देवयानी के साथ हुए व्यवहार के मद्देनजर नाराज है, लेकिन अमेरिका के साथ हमारा संबंध बहुत महत्वपूर्ण है। यह विश्व के दो विशाल प्रजातांत्रिक देशों के बीच रणनीतिक भागीदारी है। यह हर मामले में रणनीतिक है इसलिए हम इससे अलग नहीं हो रहे। यह संबंध और मजबूत होगा।
भारतीय विदेश सेवा की 1999 बैच की अधिकारी को न्यूयार्क की सड़क पर वीजा धोखाधड़ी के मामले में उस वक्त गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि वह अपनी बच्ची को स्कूल छोड़ने गई थीं जिस पर भारत ने नाराजगी जाहिर की थी।
उन्होंने कहा, परिपक्व प्रजातांत्रिक देशों में मामलों को सुलझाया जाता है। इन मुद्दों का मनहूस साया भागीदारी बढ़ाने की प्रक्रिया पर नहीं पड़ने देते।