2-जी मामले में अपने वकील रहे एके सिंह और यूनिटेक के प्रबंध निदेशक संजय चंद्रा की आवाज के नमूने लेने की अनुमति हासिल करने के लिए सीबीआई अदालत का रुख करेगी ताकि उन टेपों की सत्यता का पता लगाया जा सके जिसमें 2-जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले के दौरान रणनीतियों से जुड़ी चर्चा सुनाई दे रही है।
सूत्रों ने कहा कि सिंह और संजय ने अब तक अपनी आवाज के नमूने नहीं दिए हैं जिसकी वजह से सीबीआई को अदालत की शरण लेनी पड़ रही है ताकि जो ऑडियो रिकॉर्डिंग मिली है उससे उनकी आवाज मिलाकर देखी जा सके।
उन्होंने कहा कि सीबीआई ने केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला को जांच के लिए सीडी भेज दी है लेकिन उसे सिंह और संजय की आवाज के नमूने नहीं दिए जा सके हैं जिससे सीडी की आवाज के साथ उनकी आवाज को मिलाकर देखा जा सके।
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला ने सीबीआई से इस बात की पुष्टि की है कि बातचीत में कोई काट-छांट नहीं की गई है और संभवत: बातचीत किसी कमरे में हुई है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि अब तक ऐसे कोई संकेत नहीं मिले हैं जिससे यह साबित हो सके कि इससे सीबीआई के केस पर कोई असर पड़ा है।