तेल एवं गैस शेयरों में बिकवाली से बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। इराक में बढ़ती हिंसा से कच्चे तेल की आपूर्ति पर पड़ने वाली आशंका के कारण सेंसेक्स 44.45 अंक की गिरावट के साथ 25,201.80 अंक पर बंद हुआ।
वैश्विक बाजार में तेजी से शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 180 अंक की मजबूती के साथ खुला, लेकिन अंत में 44.45 अंक या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,201.80 अंक पर बंद हुआ। फेडरल रिजर्व द्वारा अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर बेहतर परिदृश्य रखे जाने से वैश्विक बाजारों में तेजी आई।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स 25,425.85 अंक से लेकर 25,069.55 अंक के दायरे में रहा। कच्चे तेल की आयात लागत बढ़ने तथा रुपये की विनिमय दर में गिरावट से शेयर पिछले कारोबारी सत्र में 274.94 अंक नीचे गिरा था।
निफ्टी भी 17.50 अंक या 0.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,540.70 अंक पर बंद हुआ। कारोबारियों के अनुसार वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम में वृद्धि से ईंधन मुद्रास्फीति बढ़ने तथा आयात बिल बढ़ने तथा देश की आर्थिक वृद्धि पर असर पड़ने की आशंका से निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं, जिसके कारण बाजार में उतार-चढ़ाव आ रहा है।
ओएनजीसी का शेयर जहां 5.13 प्रतिशत नीचे आया, वहीं गेल में 1.88 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 2.38 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा एचपीसीएल, बीपीसीएल, मारुति सुजुकी इंडिया, हीरो मोटो कॉर्प में भी गिरावट दर्ज की गई। दूसरी तरफ, इंफोसिस, आईटीसी, एचडीएफसी, डॉ रेड्डीज, सन फार्मा तथा बजाज ऑटो बढ़त के साथ बंद हुए।