World Aids Day 2017
नई दिल्ली:
बॉलीवुड में समय-समय पर विषय आधारित फिल्में बनती रहती हैं. लेकिन एड्स ऐसा विषय है जिस पर बॉलीवुड ने बहुत कम ही हाथ आजमाए हैं. वह इस विषय पर कोई बहुत ही सॉलिड फिल्म नहीं बना सका है, जो यादगार रहे. कुछ ही फिल्में ऐसी हैं जो याद रह पाती हैं और इस बीमारी को लेकर गंभीरता से बात करती हैं. एड्स पर बनी एक हॉलीवुड फिल्म ऐसी भी है जिसे देखना बेहद जरूरी है. 1 दिसंबर यानी वर्ल्ड एड्स डे के मौके पर, आइए ऐसी ही चार फिल्मों पर नजर डालते है...
जिस विरोध से यहां 'पद्मावती' गुजर रही, पाकिस्तान में 'वरना' का भी वैसा हाल
>> फिर मिलेंगे (2004)
एड्स और बड़े स्टार्स को लेकर की गई यह एक यादगार कोशिश है. इस फिल्म में सलमान खान, शिल्पा शेट्टी ओर अभिषेक बच्चन थे. इस फिल्म को 'लव' में सलमान खान की को-स्टार रहीं रेवती ने डायरेक्ट किया था. फिल्म में एड्स से जुड़ी भ्रांतियों पर बात की गई थी.
>> माय ब्रदर...निखिल (2005)
हटकर फिल्म बनाने वाले ओनिर ने इसे डायरेक्ट किया था. फिल्म में संजय सूरी, जूही चावला और पूरब कोहली नजर आए थे. फिल्म की कहानी समलैंगिक पुरुष की है, जो एचआईवी संक्रमित है. लेकिन इन मुश्किल हालात में उसे अपनी बहन और साथी से सपोर्ट मिलता है.
जिसकी बहादुरी का सिकंदर भी हो गया था कायल, जानें उस Porus के बारे में 5 बातें
>> निदान (2000)
महेश मांजेरकर मे एचआईवी संक्रमण को लेकर यह फिल्म बनाई थी. यह कहानी एक लड़की की है जिसे ब्लड ट्रांसफ्यूजन की वजह से एचआईवी संक्रमण हो जाता है. फिल्म की कहानी बहुत ही मार्मिक है और एचआईवी संक्रमण सुई से भी होता है, इस बात को इसमें दिखाया गया है.
>>डलास बायर्स क्लब (2013)
ये कहानी रॉन वुडरूफ की है जो 1980 के दशक के दौरान एड्स से पीड़ित हो जाता है. लेकिन कोई इलाज न होने की वजह से वह एक्सपेरिमेंटल दवाइयों को स्मगल करके अमेरिका में लाता है और अपने जैसे अन्य लोगों को देता है. फिल्म ने ऑस्कर पुरस्कारों में तहलका मचा दिया था.
VIDEO: एचआईवी दवाओं तक पहुंच, एक लंबा सफर ...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...
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एड्स और बड़े स्टार्स को लेकर की गई यह एक यादगार कोशिश है. इस फिल्म में सलमान खान, शिल्पा शेट्टी ओर अभिषेक बच्चन थे. इस फिल्म को 'लव' में सलमान खान की को-स्टार रहीं रेवती ने डायरेक्ट किया था. फिल्म में एड्स से जुड़ी भ्रांतियों पर बात की गई थी.
>> माय ब्रदर...निखिल (2005)
हटकर फिल्म बनाने वाले ओनिर ने इसे डायरेक्ट किया था. फिल्म में संजय सूरी, जूही चावला और पूरब कोहली नजर आए थे. फिल्म की कहानी समलैंगिक पुरुष की है, जो एचआईवी संक्रमित है. लेकिन इन मुश्किल हालात में उसे अपनी बहन और साथी से सपोर्ट मिलता है.
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>> निदान (2000)
महेश मांजेरकर मे एचआईवी संक्रमण को लेकर यह फिल्म बनाई थी. यह कहानी एक लड़की की है जिसे ब्लड ट्रांसफ्यूजन की वजह से एचआईवी संक्रमण हो जाता है. फिल्म की कहानी बहुत ही मार्मिक है और एचआईवी संक्रमण सुई से भी होता है, इस बात को इसमें दिखाया गया है.
>>डलास बायर्स क्लब (2013)
ये कहानी रॉन वुडरूफ की है जो 1980 के दशक के दौरान एड्स से पीड़ित हो जाता है. लेकिन कोई इलाज न होने की वजह से वह एक्सपेरिमेंटल दवाइयों को स्मगल करके अमेरिका में लाता है और अपने जैसे अन्य लोगों को देता है. फिल्म ने ऑस्कर पुरस्कारों में तहलका मचा दिया था.
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