
विक्की कौशल और रश्मिका मंदाना की हिस्टॉरिकल ड्रामा छावा फिल्म 14 फरवरी 2025 को बड़े पर्दे पर रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है. यह मराठी उपन्यास छावा पर आधारित है, जिसे शिवाजी सावंत ने लिखा हैं. इस फिल्म को लक्ष्मण उतेकर ने डायरेक्ट किया है. जिसमें विक्की कौशल छत्रपति संभाजी महाराज का किरदार निभाएंगे, वहीं अक्षय खन्ना औरंगजेब और आशुतोष राणा, रश्मिका मंदाना, दिव्या दत्ता, डायना पैंटी भी लीड रोल में नजर आएंगी. लेकिन क्या आप जानते हैं छत्रपति संभाजी महाराज कौन थे, जिन्होंने अपने 9 साल के शासन में 100 से ज्यादा युद्ध लड़े.
कौन थे संभाजी महाराज?
संभाजी महाराज मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज के सबसे बड़े बेटे थे, शिवाजी महाराज की मृत्यु के बाद वह राज्य के दूसरे शासक बने. उन्होंने 9 साल तक शासन किया (1681-89) और अपनी वीरता और देशभक्ति के लिए पहचान हासिल की. कहा जाता है कि उन्होंने 9 साल में 100 युद्ध लड़े और एक भी युद्ध नहीं हारा. संभाजी महाराज के सबसे बड़े आक्रमण में बुरहानपुर हमला भी शामिल है, जो फिलहाल मध्य प्रदेश का हिस्सा है. लेकिन मुगल शासन के दौरान यह एक मुगल शहर और व्यापारिक केंद्र था. उन्होंने औरंगजेब को दक्कन में अपना विस्तार करने से रोकने के लिए ऐसा किया. 1689 में संभाजी महाराज को मुगलों ने धोखे से पकड़ लिया और उन्हें इस्लाम कबूल करने का प्रस्ताव दिया, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया. जिसके कारण 11 मार्च 1689 को उन्हें फांसी पर चढ़ा दिया गया, उनकी वीरता, कर्तव्य और देशभक्ति को देखते हुए ही अब छावा फिल्म के जरिए उनकी कहानी को लोगों तक लाया जा रहा है.
डायरेक्टर को कैसे आया छावा फिल्म बनाने का आइडिया
छावा फिल्म के डायरेक्टर लक्ष्मण उतेकर ने कोविड-19 महामारी के दौरान संभाजी महाराज के बारे में पढ़ा. एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में तो हर कोई जानता हैं, लेकिन उनके पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज के बारे में कोई नहीं जानता. उनमें इतना साहस था और वह एक महान योद्धा थे, लेकिन दुख की बात है कि इसके बारे में कोई नहीं जानता. कोविड के दौरान जब उन्होंने संभाजी महाराज के बारे में पढ़ा, तो उन्हें एहसास हुआ कि वह इतने बड़े चरित्र हैं और उनके बारे में लोगों को जानना जरूरी हैं, इसके बाद उन्होंने छावा फिल्म की स्क्रिप्ट लिखना शुरू की..
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