बॉलीवुड में कई सुपरस्टार्स ने अपनी शुरुआत मुश्किलों में की. इनमें एक स्टार ऐसे हैं, जिनके पिता नहीं चाहते थे कि वह बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखे. लेकिन बेटे को दो साल का समय दे दिया. इसके बाद किस्मत ऐसी चमकी की यह सुपरस्टार बन गया. हालांकि फिल्मी करियर की शुरुआत बतौर खलनायक के रुप में हुई. लेकिन वक्त ऐसा आया कि वह हीरो बनकर छा गए. पर तकदीर को कुछ और ही मंजूर था और सुपरस्टार ग्लैमर की दुनिया को छोड़ आध्यात्म की ओर चले गए. इतना ही नहीं उन्होंने बर्तन धोने और माली का काम भी किया. इसके चलते उनकी मैरिड लाइफ पर फर्क पड़ा.
हम बात कर रहे हैं सुपरस्टार विनोद खन्ना की, जिनकी 6 अक्टूबर को 77वीं बर्थ एनिवर्सरी थी. 1968 में बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखने वाले विनोद खन्ना के पिता नहीं चाहते थे कि वह बॉलीवुड में कदम रखे. लेकिन सुपरस्टार की जिद के कारण वह झुक गए और उन्हें दो साल का समय दिया, जिसमें उन्होंने अपना स्टारडम पा लिया. इसके बाद वह आन मिलो सजना, पूरब और पश्चिम और मेरे अपने से फैंस के बीच जगह बना बैठे.
मल्टी स्टारर फिल्मों में काम कर चुके विनोद खन्ना को अमिताभ बच्चन के साथ जोड़ी को काफी पसंद किया गया. दोनों को हेरा फेरी, खून पसीना से लेकर अमर अकबर एंथनी जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में देखा गया. लेकिन सफलता के चोटी पर पहुंचते ही 1982 में एक्टर के आध्यात्मिक गुरु रजनीश उर्फ ओशो की शरण में जाने से फैंस को गहरा झटका लगा. इसके चलते उनका वाइफ गीतांजलि से तलाक हो गया, जिनसे उनके दो बेटे अक्षय और राहुल खन्ना हैं. लेकिन 1990 में एक्टर ने दूसरी शादी की, जिनसे उनका एक बेटा साक्षी और बेटा श्रद्धा हैं.
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