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This Article is From Dec 08, 2023

चाइल्ड आर्टिस्ट और उनके घरवालों के संघर्ष और चैलेंजेस दिखाएगी ये फिल्म, फ्री में देख सकेंगे आप

ये डॉक्युसीरीज अमेजन प्राइम पर रिलीज होने जा रही है. इसमें आपको चाइल्ड आर्टिस्ट की जिंदगी की अनकही कहानियां देखने को मिलेंगी.

चाइल्ड आर्टिस्ट और उनके घरवालों के संघर्ष और चैलेंजेस दिखाएगी ये फिल्म, फ्री में देख सकेंगे आप
फर्स्ट एक्ट का पोस्टर
नई दिल्ली:

भारत के सबसे पसंदीदा एंटरटेनमेंट पोर्टल प्राइम वीडियो ने आज अपनी ओरिजिनल डॉक्यूसीरीज फर्स्ट एक्ट को लॉन्च करने का ऐलान किया है. यह सीरीज हिंदी टीवी एवं फिल्म इंडस्ट्री में बाल कलाकार और उनके माता-पिता के एक्सपीरियंस बयान करती है. मालाकॉन मोशन पिक्चर्स के बैनर तले दीपा भाटिया द्वारा लिखित, निर्मित और निर्देशित, फर्स्ट एक्ट  एक दमदार डॉक्यूसीरीज है. सीरीज में उस माहौल की सोचने पर मजबूर कर देने वाली झलक पेश की गई है जिसमें बाल कलाकारों से परफॉर्म करने की अपेक्षा की जाती है और उन मुश्किलों के बारे में बात की गई है जो बाल कलाकारों की फेमिली के सपनों के साथ-साथ खुद उनकी तमन्नाएं पूरी करने की कोशिश में पैदा हो जाती हैं.

यह बच्चों को सुरक्षित बनाए रखने में माता-पिता और इंडस्ट्री दोनों के द्वारा निभाई गई गंभीर भूमिका को हाईलाइट करती है और बच्चों के लिए एक सुरक्षित और संतुलित बचपन मुहैया कराने की अहमियत पर जोर देती है. अमोल गुप्ते इस सीरीज के क्रिएटिव प्रोड्यूसर हैं. डॉक्यूसीरीज का प्रीमियर खासतौर से प्राइम वीडियो पर भारत और दुनिया भर के 240 से ज्यादा देशों व क्षेत्रों में 15 दिसंबर को अंग्रेजी सबटाइटल्स के साथ हिंदी में होने जा रहा है. फर्स्ट एक्ट प्राइम मेम्बरशिप के साथ जोड़ी गई ताजा पेशकश है. भारत में मौजूद प्राइम मेम्बर सिर्फ ₹1499/सालाना के भुगतान वाली एक ही सदस्यता में बचत, सुविधा और मनोरंजन का आनंद लेते हैं.

यह सीरीज- सारिका, जुगल हंसराज, परजान दस्तूर और दर्शील सफारी जैसे चाइल्ड आर्टिस्ट से एक्टर बन चुकी हस्तियों का बारीक नजरिया पेश करती है.  “प्राइम वीडियो ने सिनेमा मरते दम तक, रेनबो रिश्ता और डांसिंग ऑन द ग्रेव समेत अनेक दिलचस्प व प्रासंगिक विषयों पर असरदार डॉक्यूसीरीज पेश की हैं जिन्हें हमारे दर्शकों ने बेहद पसंद किया है. फर्स्ट एक्ट को पेश करते हुए हमें गर्व महसूस हो रहा है जो भारत में बाल कलाकारों के जीवन पर प्रकाश डालती है और उनके सामने रोजाना दरपेश होने वाली चुनौतियों और दबावों को उजागर करती है. 

डॉक्यूसीरीज का नैरेटिव बांध कर रखता है जिसमें इन बाल कलाकारों की रखवाली करने वालों के रूप में माता-पिता और फिल्म व टेलीविजन इंडस्ट्री के द्वारा निभाई गई भूमिका को जांचा-परखा गया है. यह बात प्राइम वीडियो के ओरिजिनल्स (भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया) की हेड अपर्णा पुरोहित ने कही है. उन्होंने आगे बताया- "जब हमने कहानी की शुरुआती बातचीत सुनी तो हम इसकी गहराई में उतरने को बेताब हो उठे क्योंकि हमने सब्जेक्ट की प्रासंगिकता पहचान ली थी. यह पहला मौका है कि इंडियन एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में बाल कलाकारों की दास्तान सुनाने की कोशिश की जा रही है. हम वाकई मानते हैं कि ऐसी कहानियां दिखाई ही जानी चाहिए. यह मालाकॅान मोशन पिक्चर्स के साथ हुई हमारी पहली पार्टनरशिप भी है जिसके जरिए हम एक साझा विजन परोसने को लेकर रोमांचित हैं." 

फिल्म की निर्देशक दीपा भाटिया ने कहा, “यह एक ऐसा प्रोजेक्ट था जो काफी अरसे से मेरे पास रखा हुआ था. चाइल्ड एक्टर इंडियन फिल्म एवं टेलीविजन इंडस्ट्री का अभिन्न अंग हैं और कई खूबसूरत कहानियां उनके बिना इतनी असरदार नहीं बन पातीं.” 

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