9 जनवरी को बॉलीवुड की मशहूर डायरेक्टर-कोरियोग्राफर फराह खान ने अपना 59वां जन्मदिन सेलिब्रेट किया है. मैं हूं ना और ओम शांति ओम जैसी फिल्मों से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाली फराह आज कई नेशनल अवार्ड्स जीत चुकी हैं और डायरेक्शन और कोरियोग्राफी के क्षेत्र में उनका काफी नाम हो चुका है. तो आज उनके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं फराह खान के स्ट्रगलिंग डेज़ से लेकर सफलता तक की कहानी.
ऐसा था फराह का शुरुआती जीवन
फराह का जन्म साल 1965 में हुआ था. उनके पिता कामरान खान थे जबकि मां मेनका ईरानी पारसी परिवार की थीं. उनके पिता स्टंटमैन से फिल्ममेकर बने थे. हालांकि, उनकी मां हनी ईरानी और डेजी ईरानी की छोटी बहन थीं. फराह खान और साजिद खान छोटे थें तभी उनके माता- पिता अलग हो गए थे. साजिद खान ने डायरेक्शन तो फराह ने बतौर बैकग्राउंड डांसर अपने करियर की शुरुआत की. इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा. आज वो मशहूर डायरेक्टर और कोरियोग्राफर हैं.
माइकल जैक्सन से थी प्रभावित
एक इंटरव्यू में फराह ने बताया था कि वो माइकल जैक्सन की एल्बम ‘थ्रिलर' को देखने के बाद डांस को अपना करियर चुनने का फैसला लिया था. इसके बाद डांस ही उनकी दुनिया बन गई और वह डांस में पारंगत होकर अपना एक डांस ग्रुप बनाया. हालांकि करियर के रूप में अपनी राह तय करना आसान नहीं था. बचपन में वह बेहद गरीबी में जीवन बिताई थीं.
रातों रात हो गए थे फराह के पिता गरीब
फराह जब 5 साल की थीं, तब तक उनका बचपन बहुत अच्छा बीता था. तब उनके पिता डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और एक्टर के तौर पर काम कर रहे थे. एक बार उन्होंने एक फिल्म बनाई जो बुरी तरह फ्लॉप हो गई और रातोंरात वे सड़क पर आ गए. वो समय पूरे परिवार के लिए मुश्किलों भरा बीता.
ऐसे मिली पहली फिल्म
साल 1992 में बॉलीवुड फिल्म ‘जो जीता वही सिकंदर' के गानों के लिए कोरियोग्राफ की तलाश थी. डायरेक्टर सरोज खान को इसके लिए मनाया जा रहा था लेकिन वह डेट्स नहीं दे पा रही थीं.अंत में फिल्म के गानों को कोरियोग्राफ करने का जिम्मा फराह खान को दिया गया जो सुपरहिट हो गई. इसके बाद फराह का करियर चमक उठा और वे पीछे मुड़कर नहीं देखीं.
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