
परेश रावल स्टारर फिल्म ‘द ताज स्टोरी' का ट्रेलर रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर तहलका मचा हुआ है. निर्देशक तुषार अमरीश गोयल की इस विवादित फिल्म में ताजमहल के इतिहास और उससे जुड़े रहस्यों को नए दृष्टिकोण से दिखाने की कोशिश की गई है. पहले इसके पोस्टर पर जबरदस्त बवाल हुआ था, लेकिन अब करीब 3 मिनट लंबे ट्रेलर ने माहौल बदल दिया है. दर्शक न सिर्फ इसकी कहानी को लेकर उत्सुक हैं, बल्कि परेश रावल के दमदार डायलॉग्स की जमकर तारीफ कर रहे हैं. फिल्म 31 अक्टूबर 2025 को रिलीज होगी.
फिल्म में परेश रावल एक गाइड ‘विष्णुदास' का किरदार निभा रहे हैं, जो ताजमहल के निर्माण को लेकर सवाल उठाते हैं. ट्रेलर में उनका डायलॉग, “दुनिया में कभी ऐसा मकबरा देखा है जिसके ऊपर कलश हो?” खूब वायरल हो रहा है. एक और सीन में वो कहते हैं, “ताजमहल का गाइड ही ताजमहल पर केस कर रहा है.” इसके बाद अदालत में उनका बयान आता है- “जज साहब, ताजमहल मेरे लिए किसी भी मंदिर से कम नहीं है.”
ट्रेलर में कई ऐसे सीन हैं जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर करते हैं. परेश रावल कहते दिखते हैं, “ताजमहल के नीचे जो 22 कमरे हैं, उसमें कभी गए हैं? वहां क्या था, जो दीवारों में चुनवा दिया गया?” इस पर बहस और विरोध दोनों उठते हैं. वहीं, एक वकील जब उनसे सवाल करता है कि “शाहजहां मंदिर क्यों बनवाएंगे?” तो परेश का जवाब होता है, “हां, उनका काम तो तुड़वाने का था.”
फिल्म में अमृता खानविलकर, जाकिर हुसैन, स्नेहा वाघ और नमित दास जैसे कलाकार भी अहम भूमिकाओं में हैं. ट्रेलर के अंत में परेश रावल की आवाज गूंजती है- “भारत की सभ्यता को मिटाने की कोशिशें सदियों से होती आई हैं, लेकिन भारत की रग-रग में सनातन है.” ‘द ताज स्टोरी' इतिहास, आस्था और राजनीति के बीच की रेखा को छूती नजर आ रही है. अब देखना यह होगा कि रिलीज के बाद यह फिल्म दर्शकों के मन में नए सवाल जगाती है या नए विवाद.
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