![कॉन्सर्ट में सोनू निगम को आया गुस्सा, गाना रोककर बोले- खड़ा होना है तो इलेक्शन में खड़े हो जाओ मेरा टाइम... कॉन्सर्ट में सोनू निगम को आया गुस्सा, गाना रोककर बोले- खड़ा होना है तो इलेक्शन में खड़े हो जाओ मेरा टाइम...](https://c.ndtvimg.com/2025-02/tj3513u_sonu-nigam_625x300_11_February_25.jpg?im=FeatureCrop,algorithm=dnn,width=773,height=435)
बॉलीवुड के प्ले बैक सिंगर सोनू निगम ने हाल ही में कोलकाता में परफॉर्मेंस दी थी लेकिन दर्शकों के खड़े रहने के कारण उन्हें बीच में ही गाना रोकना पड़ा. वायरल हुए एक वीडियो में निगम फैन्स पर चिल्लाते हुए उन्हें बैठने और परफॉर्मेंस के दौरान खड़े ना रहने को कहते दिखाई दे रहे हैं. कॉन्सर्ट में मौजूद लोगों ने दावा किया कि ऑर्गेनाइजर्स को सही व्यवस्था ना करने के लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए. वीडियो में सोनू निगम को यह कहते हुए देखा जा सकता है, "अगर आप असल में खड़े होना चाहते हैं तो चुनाव में खड़े हो जाइए, मेरे दोस्त! कृपया बैठ जाइए. जल्दी कीजिए. क्या आप जानते हैं कि मेरा कितना समय बर्बाद हो रहा है? आपका कट-ऑफ समय जल्द ही आ जाएगा. बैठ जाइए! जल्दी से बैठ जाइए! बैठ जाइए! बाहर निकल जाइए! इस जगह को खाली कर दीजिए."
कॉन्सर्ट में मौजूद फैन्स ने भी इस घटना पर अपना रिएक्शन दिया. एक यूजर ने कमेंट में लिखा, "हां, मैं वहां था और 2 बार उन्हें मैनेजमेंट के मुद्दों और सर की महानता के कारण शो रोकना पड़ा जो पीछे खड़े लोगों का समान रूप से सम्मान करते थे और सभी से जुड़ते थे."
एक ने बताया, "मैं वहां था. वह नाराज नहीं थे, वह अपने दर्शकों को लेकर अपनी कमिटमेंट के चलते ऐसा कर रहे थे. ये लोग बैठे हुए दर्शकों का व्यू ब्लॉक कर रहे थे और कोलकाता पुलिस इतनी निर्दयी थी कि वे खड़े होकर देख रहे थे. शो बहुत देर से शुरू हुआ जैसा कि मुझे पता चला, जनरेटर के फेलियर के कारण ऐसा होना तय था. मैनेजमेंट इतना खराब था कि उन्होंने उसे निराश कर दिया."
एक यूजर ने कमेंट किया, "यह बहुत खराब था कि ऑर्गेनाइजर्स के खराब मैनेजमेंट के कारण सोनू सर को खुद हस्तक्षेप करना पड़ा. बहुत शर्मनाक है."
सोनू निगम का संगीत सफर
सोनू निगम, जिन्हें "मॉडर्न रफी" के नाम से भी जाना जाता है, उनके नाम कई पुरस्कार हैं. हिंदी और कन्नड़ के अलावा, उन्होंने बंगाली, मराठी, तेलुगु, तमिल, ओडिया, अंग्रेजी, असमिया, मलयालम, गुजराती, भोजपुरी, नेपाली, तुलु, मैथिली और मणिपुरी में भी गाने गाए हैं. निगम ने अपने करियर की शुरुआत टीवी सीरियल तलाश (1992) के गाने हम तो छैला बन गए से की और इसके बाद उन्होंने मैं हूं ना, मेरे हाथ में, मैं अगर कहूं, कभी अलविदा ना कहना और जाने नहीं देंगे तुझे जैसे हिट ट्रैक दिए.
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