पान सिंह तोमर और आई एम कलाम जैसी फिल्मों के राइटर संजय चौहान का निधन हो गया है. संजय चौहान 62 साल के थे और लिवर की बीमारी से जूझ रहे थे. इस बात की जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई ने दी है. उनका निधन गुरुवार को एच.एन. रिलायंस फाउडेशन हॉस्पिटल में हुआ. उन्हें 10 दिन पहले अस्पताल में भरती करवाया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. संजय चौहान को 2011 की फिल्म आई एम कलाम के लिए बेस्ट स्टोरी का फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला था.
संजय चौहान को धूप और मैंने गांधी को नहीं मारा जैसी फिल्मों के लिए भी पहचाना जाता था. उन्होंने तिग्मांशू धूलिया के साथ मिलकर साहेब बीवी और गैंगस्टर फिल्म भी लिखी थी. ऑनलाइन रिपोर्टों के मुताबिक, संजय चौहान भोपाल के रहने वाले थे. उनका मां टीचर थीं जबकि पिता रेलवे में नौकरी करते थे.
आज की सुबह बुरी खबर लायी है। हमारे प्यारे संजय चौहान अब हमारे बीच नहीं रहे। धूप, आई एम कलाम, मैने गांधी को नहीं मारा और पान सिंह तोमर के लेखक संजय चौहान ने अंतिम सांस ली। अलविदा संजय भाई। आप याद आएंगे। pic.twitter.com/uNemWb0pst
— Ramkumar Singh (@indiark) January 13, 2023
संजय चौहान ने करियर की शुरुआत बतौर जर्नलिस्ट की थी. लेकिन वह 1990 के दशक में सोनी टीवी के क्राइम ड्रामा भंवर को लिखने के बाद मुंबई शिफ्ट हो गए थे. उन्होंने सुधीर मिश्रा की फिल्म हजारों ख्वाहिशें ऐसी (2003) के डायलॉग भी लिखे थे.
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