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रहना है तेरे दिल में नहीं थी माधवन की पहली फिल्म, इससे पहले चार साउथ की फिल्में कर चुके थे तनु के शर्मा जी

आर माधवन साउथ में जितने पॉपुलर हैं उससे कहीं ज्यादा हिंदी फिल्मों के दर्शकों के बीच पसंद किए जाते हैं. साउथ से शुरुआत कर उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा था.

रहना है तेरे दिल में नहीं थी माधवन की पहली फिल्म, इससे पहले चार साउथ की फिल्में कर चुके थे तनु के शर्मा जी
आर माधवन को फिल्म इंडस्ट्री में 25 साल पूरे
नई दिल्ली:

14 अप्रैल को बॉलीवुज एक्टर आर.माधवन ने इंडस्ट्री में अपने शानदार 25 साल पूरे कर लिए हैं. इस खास मौके पर उन्होंने बेहद सादगी और आत्मिक भाव के साथ अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में मत्था टेककर आभार व्यक्त किया. एक सफर जो सादगी और आकर्षण के साथ शुरू हुआ, आज गहराई, विविधता और दमदार परफॉर्मेंस का प्रतीक बन चुका है. उनके साथ केसरी चैप्टर 2 के सह-कलाकार अक्षय कुमार और अनन्या पांडे भी मौजूद थे, जो अपनी बहुप्रतीक्षित फिल्म की रिलीज से पहले आशीर्वाद लेने पहुंचे थे. फिल्म 18 अप्रैल को रिलीज हो रही है.

आर. माधवन ने प्रार्थना के बाद लिखा, “एक अभिनेता के रूप में 25 शानदार, सुखद, पुरस्कृत और आशीर्वाद भरे वर्ष... एक ऐसा सफर जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी... आनंद और पीड़ा मेरे निरंतर साथी रहे, लेकिन जो अपार प्रेम मिला है, वह आज भी मेरे दिल को छू जाता है... और इसलिए... इस बेहद खास और शुभ दिन पर (14 अप्रैल 2000 – जब मेरी पहली फिल्म अलैपायुथे रिलीज हुई थी), इस अचानक हुई तीर्थयात्रा के दौरान... बस समर्पित होने और मिले हर आशीर्वाद के लिए कृतज्ञता जताने आया हूं – जिन्हें न पूरी तरह समझा जा सकता है, न ही शब्दों में व्यक्त किया जा सकता है...धन्यवाद... और मुझे मार्ग दिखाते रहिए.”

आर. माधवन के लिए यह मुकाम सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह उनकी कहानियों की समझ, आत्म-परिवर्तन और सच्चाई से जीने की यात्रा का उत्सव भी है. अलैपायुथे में एक रोमांटिक हीरो से लेकर रॉकेट्री में एक संवेदनशील अभिनेता और निर्देशक बनने तक, और अब केसरी चैप्टर 2 में एक देशभक्ति से भरी भूमिका में उतरने तक उनका करियर गहराई और विविधता से भरा रहा है.

रहना है तेरे दिल में, 3 इडियट्स और तनु वेड्स मनु में यादगार भूमिकाओं से लेकर समीक्षकों द्वारा प्रशंसित शैतान तक, माधवन की यात्रा विविध पात्रों और प्रभावशाली कहानियों से समृद्ध रही है.

जब वह केसरी चैप्टर 2 में कदम रखते हैं, तो प्रशंसक न केवल एक स्टार, बल्कि एक कहानीकार का जश्न मनाते हैं, जिसने लगातार मानदंडों को चुनौती दी है और हर प्रदर्शन के साथ मानक बढ़ाया है. यहां सिनेमाई उत्कृष्टता के 25 साल हैं - और कई और साल होने का वादा है.

माधवन हिंदी दर्शकों के बीच रहना है तेरे दिल में से मशहूर हुए. ये फिल्म साल 2001 में आई थी. इससे पहले माधवन की Alai Payuthey, Ennavale, Minnale, Dumm Dumm Dumm आ चुकी थी. ये सभी तमिल फिल्में थीं.

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