विनोद मेहरा अपने लुक और व्यक्तित्व के कारण हर दिल अजीज थे. उन्होंने अपने दौर में कई फिल्मों में काम किया और अपनी दमदार एक्टिंग से फैंस का दिल जीत लिया. विनोद मेहरा का निजी जीवन उनके करियर ग्राफ जितना शानदार नहीं था. एक्टर 45 वर्ष की आयु में दुनिया छोड़ गए. उन्होंने अपनी लाइफ में कई उतार-चढ़ाव देखे. पंजाब में जन्मे विनोद मेहरा ने फिल्म एक थी रीता से डेब्यू किया और जल्द ही लोगों के फेवरेट बन गए.
उन्होंने एक के बाद एक हिट फिल्में दीं और उनके साथ काम करने वाले सभी निर्देशकों और निर्माताओं ने उनकी एक्टिंग की सराहना की. जब वह इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना रहे थे, तभी उनके माता-पिता ने उनकी शादी के बारे में सोची. परिवार ने विनोद मेहरा को मीना ब्रोका से मिलाया और जल्द ही उनकी शादी भी गई. 1970 के दशक की शुरुआत में दोनों ने शादी कर ली और मुंबई में रहने लगे. हालांकि शादी के कुछ ही समय के बाद एक्टर को पहला दिल का दौरा पड़ा. उन्हें ठीक होने में थोड़ा वक्त लगा, लेकिन उसके बाद पति-पत्नी के बीच चीजें पहले जैसी नहीं रहीं.
जैसे ही विनोद ठीक हुए वह अपनी को-स्टार बिंदिया गोस्वामी के करीब आ गए. दोनों ने कई हिट फिल्में दी और दोनों के बीच अफेयर था. हालांकि बिंदिया और विनोद मेहरा अपने रिश्ते को लेकर काफी सतर्क रहते थे, क्योंकि वह पहले से शादीशुदा थे. तभी एक टैबलॉयड ने उनके रिश्ते के बारे में लीक कर दिया. इससे ब्रोका परिवार भड़क गया और उन्होंने मेहरा को धमकी दी और अपने तरीके सुधारने को कहा.
हालात और बिगड़ते गए. विनोद और बिंदिया को खुद को सुरक्षित रखने के लिए एक होटल से दूसरे होटल में चक्कर लगाने पड़े. ऐसी अफवाहें थीं कि दोनों ने गुपचुप तरीके से शादी कर ली थी, जिससे ब्रोका परिवार और भी ज्यादा नाराज हो गया था. हालांकि बाद में विनोद मेहरा और बिंदिया अलग हो गए. यह वह दौर था, जब 1980 के दशक में विनोद की लोकप्रियता कम हो रही थी. ऐसा कहा जाता है कि बिंदिया तब जेपी दत्ता के करीब आ गई थीं.
1970 के दशक में बॉलीवुड जोड़ियों में से एक रेखा और विनोद मेहरा की जोड़ी को काफी पसंद किया जाता था. दोनों शुरू से ही अच्छे दोस्त थे. 70 के दशक में विनोद बिंदिया और उनकी पत्नी मीना के बीच उलझे हुए थे औऱ कहा जाता है कि रेखा और अमिताभ बच्चन का अफेयर चल रहा था. 1980 के दशक के अंत में वे दोनों अकेले थे और अपने रिश्ते को और आगे ले जाने का फैसला किया.
कहा जाता है कि दोनों ने गुपचुप तरीके से शादी भी कर ली थी, जिसे रेखा ने बाद में नकार दिया था. कहा जाता है कि विनोद मेहरा शादी के बंधन में बंधने के बाद रेखा को अपने घर ले गए लेकिन विनोद मेहरा की मां को यह बात पसंद नहीं आई. वह रेखा से इस कदर नाराज थीं कि उन्होंने रेखा को चप्पलों से पीटने की भी कोशिश की. रोती हुई रेखा इसे सहन नहीं कर सकी और रेखा और विनोद मेहरा का रिश्ता इसके बाद खत्म हो गया.
रेखा से संबंध टूटने के बाद, मेहरा का दिल टूट गया था, लेकिन आखिरकार उन्हें एक ऐसी लड़की मिली, जिसने उनका जीवन संवारा. वह लड़की किरण थी. केन्या के एक बिजनेसमैन की बेटी किरण ने 1988 में विनोद से शादी की और उनके साथ रहने के लिए भारत आ गई. दोनों के दो बच्चे बेटे रोहन और बेटी सोनिया हुईं. सबकुछ अच्छा चल रहा था, लेकिन तभी 1990 में विनोद मेहरा को दूसरा दिल का दौरा पड़ा. इसके बाद वह ठीक नहीं हो सके और उनका निधन हो गया. तब विनोद महज 45 साल के थे. बाद में किरण बच्चों के साथ वापस केन्या चली गईं.
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