बॉलीवुड के कला निर्देशक नितिन चंद्रकांत देसाई के कथित तौर पर आत्महत्या करने के बाद मिले एक ‘वॉयस नोट' में उन्होंने एक वित्तीय सेवा कंपनी की आलोचना की थी, जिससे उनकी कंपनी ने कर्ज लिया था. इसके अलावा, उन्होंने कथित तौर पर यह भी कहा था कि वह एक लंबा रास्ता तय कर चुके हैं और आगे नहीं जा सकते. एक अधिकारी ने बताया कि आत्महत्या की जांच कर रही महाराष्ट्र की रायगढ़ पुलिस को देसाई के कार्यालय से मिले ‘वॉयस रिकॉर्डर' में 11 ‘ऑडियो क्लिप' मिलीं.
इनमें से एक ‘क्लिप' या ‘वॉयस नोट' में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वित्तीय सेवा कंपनी द्वारा अपनाई गई प्रक्रिया के कारण उनकी कंपनी वित्तीय संकट से बाहर नहीं आ सकी है. अधिकारी ने कहा, ‘वॉयस नोट' चार मिनट से लेकर 20 मिनट तक के हैं और उनमें से कुछ में 57 वर्षीय देसाई ने अपनी जिंदगी के बारे में बताया है. उन्होंने कहा कि पुलिस वित्तीय सेवा कंपनी के उन अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुला सकती है, जिनका वॉयस नोट में जिक्र मिला है.
देसाई की कंपनी ने कर्ज देने वालों का 252 करोड़ रुपये का ऋण नहीं चुका पाई थी और राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण की मुंबई पीठ ने देसाई की कंपनी के खिलाफ दिवाला कार्यवाही शुरू की थी. देसाई की कंपनी एनडी आर्ट वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड ने 2016 और 2018 में ईसीएल फाइनेंस से दो ऋणों के माध्यम से 185 करोड़ रुपये उधार लिए थे और पुनर्भुगतान को लेकर परेशानी जनवरी 2020 से शुरू हुई. ईसीएल फाइनेंस एडलवाइस समूह की एक गैर-बैंकिंग वित्त शाखा है.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि वॉयस नोट में चार लोगों का जिक्र है. एक नोट में, देसाई ने सरकार से कलाकारों और उभरती प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने के लिए उनके करजत स्थित स्टूडियो को अपने कब्जे में लेने की अपील की. ‘जोधा अकबर', ‘लगान' जैसी फिल्मों और मशहूर टीवी कार्यक्रम ‘कौन बनेगा करोड़पति' का भव्य सेट तैयार करने वाले जाने माने कला निर्देशक नितिन देसाई (57) बुधवार को अपने स्टूडियो में फंदे से लटके पाए गए थे.
आलिया भट्ट की एयरपोर्ट स्टोरी
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