
अस्सी और नब्बे के दौर के सुपरहिट एक्टर गोविंदा आज भी सुर्खियों में रहते हैं. गोविंदा ने अपनी शानदार एक्टिंग, कॉमेडी और जबरदस्त डांस के दम पर इंडस्ट्री पर काफी सालों तक राज किया है. एक दौर ऐसा भी था जब गोविंदा की हर फिल्म हिट होती थी और उनके आस पास प्रोड्यूसर की लाइन लगी रहती थी. गोविंदा ने भले ही सक्सेस के दम पर स्टारडम का स्वाद चखा है लेकिन वो अपनी पुरानी जिंदगी को कभी नहीं भूल पाते हैं. एक इंटरव्यू में गोविंदा ने अपने परिवार को लेकर बात की और कहा कि उनकी सक्सेस के पीछे उनकी बीस साल की जिंदगी है जो विरार में बीती है.
बीस साल तक मां परिवार के लिए करती रहीं मेहनत
गोविंदा ने कहा कि उनकी मां ने परिवार का पालन पोषण करने के लिए काफी मेहनत की है. मेरी बहनें भी थी और उनकी शादी भी करनी थी. मां दिन रात मेहनत करती थी, ये देखकर मैं, मेरे पिता और मेरा भाई, हम अंदर ही अंदर तड़पते थे कि कब वक्त आएगा और कब हम घर से बाहर निकल कर कुछ कर पाएंगे. उन्होंने कहा कि जब एक आदमी स्ट्रगल करता है तो उसकी पूरी फैमिली स्ट्रगल करती है. जब एक आदमी कमा नहीं पाता तो उसकी पूरी फैमिली खा नहीं पाती है. जब एक आदमी मुश्किल से कमा पाता है तो उसकी फैमिली अपसेट रहती है.
शास्त्रीय गायिका थीं गोविंदा की मां
आपको बता दें कि गोविंदा हमेशा अपनी सक्सेस का श्रेय अपनी मां को देते आए हैं. उनका कहना है कि उन्होंने संघर्ष करना अपनी मां से सीखा जिन्होंने अकेले अपने दम पर परिवार का पालन पोषण किया.गोविंदा की मां निर्मला देवी पटियाला घराने की शास्त्रीय गायिका थीं. गोविंदा अपनी मां से इतना प्यार करते हैं कि उनकी तस्वीर देखकर ही घर से बाहर निकलते हैं. जब उनकी मां जिंदा थी तो वो अपनी मां के साथ अपना हर सुख दुख साझा किया करते थे और अपनी मां से बिना पूछे कोई काम तक नहीं करते थे.
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