फिल्मकार महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) का कहना है कि जब भी अनुपम खेर (Anupam Kher) कुछ हासिल करते हैं, तो अलग-अलग राजनीतिक विचारधाराओं के बावजूद उनका दिल गर्व से भर जाता है. महेश भट्ट ने ही अपनी 1984 में आई फिल्म 'सारांश' के साथ हिंदी फिल्म उद्योग में अभिनेता अनुपम खेर को लॉन्च किया था. खेर (64) दक्षिणपंथी राजनीतिक विचारधारा को मानते हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के बहुत बड़े समर्थक हैं. जबकि महेश भट्ट एक उदार और धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक विचारधारा के लिए जाने जाते हैं.
उनकी वैचारिक असमानता का विषय अनुपम खेर (Anupam Kher) की किताब 'लेसन्स लाइफ थॉट मी अननोनली' की लॉन्चिग के मौके पर सामने आया, जहां महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) अतिथि के तौर पर पहुंचे थे. इस दौरान भट्ट से सवाल किया गया कि राजनीति में विपरीत विचारधाराओं के बावजूद ऐसा क्या है, जो उन्हें एक साथ रखता है.
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इस कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) ने कहा, "मुझे खुशी है कि यह सवाल सामने आया। हमारी पूरी तरह से अलग राजनीतिक विचारधाराओं के बावजूद आप हमारे बारे में जो चाहे सोच-विचार करते रहें. मुझे याद है 2014 के आम चुनावों से पहले करण थापर (पत्रकार) ने हमें एक टेलीविजन साक्षात्कार में एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा करने की कोशिश की थी. उस वक्त वह (अनुपम खेर) मुझसे असहमत थे, लेकिन अनुपम खेर (Anupam Kher) का मतलब यही है."
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महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) ने कहा, "हम एक ही छत के नीचे क्यों नहीं रह सकते, जहां हम एक-दूसरे से असहमत हो सकते हैं? और हम उस मानवीय प्रेम और स्नेह को बरकरार क्यों नहीं रख सकते, जो मानव जाति के अस्तित्व के लिए आवश्यक है." अनुपम खेर (Anupam Kher) को बॉलीवुड में मौके देने वाले भट्ट ने कहा कि जब खेर कुछ हासिल करते हैं तो उनका दिल गर्व से भर जाता है.
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