हरभजन सिंह (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
भारतीय क्रिकेट में टर्बनेटर के नाम से मशहूर हरभजन सिंह 'नो फिल्टर नेहा' (No Filter Neha) के तीसरे सीजन में पहुंचे, जहां एक इंटरव्यू फॉरमेट में उनसे सवाल-जवाब के लिए बॉलीवुड एक्ट्रेस नेहा धूपिया होस्ट के तौर पर मौजूद रहीं. नेहा का यह तीसरा सीजन हैं. इस शो में नेहा बड़ी हस्तियों से उनके करियर और निजी जीवन से जुड़े अटपटे सवाल करती हैं. फिलहाल इस शो में जब हरभजन सिंह पहुंचे तो न सिर्फ क्रिकेट से जुड़े कई किस्से सुनाए बल्कि पत्नी (गीता बसरा) व निजी जीवन को लेकर अनेक मजेदार कहानियां भी बताई. इस शो का फॉरमेट कुछ ऐसा है कि नेहा किसी न किसी तरह अजीबोगरीब सवाल के जवाब निकलवा लेती हैं. आइए जानते हैं हरभजन सिंह के लाइफ से जुड़े मजेदार किस्से-
Me Too: महेश भूपति का खुलासा, लारा दत्ता ने 'हाउसफुल' की शूटिंग के दौरान की थी साजिद खान की शिकायत
जब हरभजन सिंह शॉपिंग मॉल में भूल गए अपनी ट्रॉली-
मुझे अचानक एवोकैडो (एक विदेशी फल) दिख गए. ट्रॉली को मैंने इसके पास ही छोड़ा और मैं उन्हें देखने चला गया. मैंने कुछ एवोकैडो उठाए और मुझे बेहद खुशी हुई. मैंने उसको (पत्नी गीता बसरा) बोला एवोकैडो लाया हूं, उसने बोला हां अच्छे हैं, ले लो. मैंने ले लिया, जो हाथ में पकड़े हुए थे तो फिर उसने मुझसे पूछा कि ट्रॉली कहां है? मैंने भी कहा कि ट्रॉली कहां हैं? इसके बाद मैं इधर-उधर दौड़ने लगा और चारों तरफ देखने लगा कि ट्रॉली कहां गई, लेकिन भाग्यवश मुझे ट्रॉली वहीं मिल गई.
देखें Video-
Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: जेठालाल की दुकान खाली कराने आए गुंडे, जीना किया हराम- देखें Video
गीता को हमसफर बनाने में कितना वक्त लगा?
मैंने उन्हें (गीता बसरा) उनके एक पोस्टर में देखा और युवी (युवराज सिंह) को बोला, ये कौन लड़की है? उसने कहा पता नहीं, मैंने कहा फिर लाओ पता. एक हमारे दोस्त हैं सुवेद लोहिया; उससे पूछा और सुवेद को गीता अच्छी तरह से जानती थी. उसने (सुवेद) गीता तक मेरा मैसेज पहुंचाया. उसी वक्त हमने 2011 का वर्ल्डकप जीता था. उसके बाद तो राजा थे हम लोग. जब वापस आया और मैंने उसे मैसेज भेजा कि मैं तुमसे कॉफी पर मिलना चाहता हूं, तो उसका कोई जवाब ही नहीं आया. इसके बाद जब आईपीएल शुरु हुआ तो उसके मैसेज आया कि क्या मुझे कुछ टिकट मिल सकते हैं? लेकिन वो उसके लिए नहीं था, उसके ड्राइवर को मैच देखना था. तो इसको लगा मैंने उनके लिए टिकट दिया है तो उसे भी मुझसे मिलना चाहिए. तो कॉफी पर मिली. फिर मिले और मिलते ही गए और उसके कहा, नहीं मुझे अपने करियर पर फोकस करना चाहिए और मुझे भी लगा कि करियर पर फोकस करना चाहिए. मुझे उन्हें अपना पार्टनर बनाने में 8-9 महीने लग गए.
'बाहुबली 2' का रिकॉर्ड तोड़ 'बधाई हो' ने छठे हफ्ते कर दिखाया यह कारनामा; जानें कमाई
भज्जी की फार्ट की कहानी
दीवाली की पार्टी थी, बहुत बड़ी पार्टी थी. इंडिया की टीम आई हुई थी, पाकिस्तान की टीम आई हुई थी, शाहरुख खान परफॉर्म कर रहा था. तो वहां पटाखा जल रहे थे, तो हम लोग बस बैठे हुए थे और काफी लड़कियां भी आई हुई थीं और मैं उनके बीच में बैठा हुआ था. मुझे लगा पटाखों की आवाज इतनी जोर से है तो मेरा कहां सुनाई देगा. मुझे पता नहीं चला... मेरा पटाखा निकल गया. जब मेरा पटाखा छूटा तो मैंने पीछे घूम के देखा तो टेबल खाली! वहां से सारी लड़कियां भाग गईं.
...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...
Me Too: महेश भूपति का खुलासा, लारा दत्ता ने 'हाउसफुल' की शूटिंग के दौरान की थी साजिद खान की शिकायत
जब हरभजन सिंह शॉपिंग मॉल में भूल गए अपनी ट्रॉली-
मुझे अचानक एवोकैडो (एक विदेशी फल) दिख गए. ट्रॉली को मैंने इसके पास ही छोड़ा और मैं उन्हें देखने चला गया. मैंने कुछ एवोकैडो उठाए और मुझे बेहद खुशी हुई. मैंने उसको (पत्नी गीता बसरा) बोला एवोकैडो लाया हूं, उसने बोला हां अच्छे हैं, ले लो. मैंने ले लिया, जो हाथ में पकड़े हुए थे तो फिर उसने मुझसे पूछा कि ट्रॉली कहां है? मैंने भी कहा कि ट्रॉली कहां हैं? इसके बाद मैं इधर-उधर दौड़ने लगा और चारों तरफ देखने लगा कि ट्रॉली कहां गई, लेकिन भाग्यवश मुझे ट्रॉली वहीं मिल गई.
देखें Video-
Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: जेठालाल की दुकान खाली कराने आए गुंडे, जीना किया हराम- देखें Video
गीता को हमसफर बनाने में कितना वक्त लगा?
मैंने उन्हें (गीता बसरा) उनके एक पोस्टर में देखा और युवी (युवराज सिंह) को बोला, ये कौन लड़की है? उसने कहा पता नहीं, मैंने कहा फिर लाओ पता. एक हमारे दोस्त हैं सुवेद लोहिया; उससे पूछा और सुवेद को गीता अच्छी तरह से जानती थी. उसने (सुवेद) गीता तक मेरा मैसेज पहुंचाया. उसी वक्त हमने 2011 का वर्ल्डकप जीता था. उसके बाद तो राजा थे हम लोग. जब वापस आया और मैंने उसे मैसेज भेजा कि मैं तुमसे कॉफी पर मिलना चाहता हूं, तो उसका कोई जवाब ही नहीं आया. इसके बाद जब आईपीएल शुरु हुआ तो उसके मैसेज आया कि क्या मुझे कुछ टिकट मिल सकते हैं? लेकिन वो उसके लिए नहीं था, उसके ड्राइवर को मैच देखना था. तो इसको लगा मैंने उनके लिए टिकट दिया है तो उसे भी मुझसे मिलना चाहिए. तो कॉफी पर मिली. फिर मिले और मिलते ही गए और उसके कहा, नहीं मुझे अपने करियर पर फोकस करना चाहिए और मुझे भी लगा कि करियर पर फोकस करना चाहिए. मुझे उन्हें अपना पार्टनर बनाने में 8-9 महीने लग गए.
'बाहुबली 2' का रिकॉर्ड तोड़ 'बधाई हो' ने छठे हफ्ते कर दिखाया यह कारनामा; जानें कमाई
भज्जी की फार्ट की कहानी
दीवाली की पार्टी थी, बहुत बड़ी पार्टी थी. इंडिया की टीम आई हुई थी, पाकिस्तान की टीम आई हुई थी, शाहरुख खान परफॉर्म कर रहा था. तो वहां पटाखा जल रहे थे, तो हम लोग बस बैठे हुए थे और काफी लड़कियां भी आई हुई थीं और मैं उनके बीच में बैठा हुआ था. मुझे लगा पटाखों की आवाज इतनी जोर से है तो मेरा कहां सुनाई देगा. मुझे पता नहीं चला... मेरा पटाखा निकल गया. जब मेरा पटाखा छूटा तो मैंने पीछे घूम के देखा तो टेबल खाली! वहां से सारी लड़कियां भाग गईं.
...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं