
मालदार शख्स और लालची रिश्तेदार... यह एक पुराना फलसफा है, जो फिल्मों से लेकर आम जिंदगी में अक्सर देखने को मिल रहा है. लेकिन 40 साल पहले आई एक फिल्म, जिसमें खूब मालदार शख्स पूजा पाठ में यकीन करता था. लेकिन उसके रिश्तेदार लालच में एक दिन उसका ही कत्ल कर देते हैं. वह मर तो जाता है, लेकिन बदला लेने के लिए लौटता है तो सभी के रौंगटे खड़े हो जाते हैं. यह फिल्म आपने भले ही मिस कर दी हो लेकिन कहानी सुनकर हॉरर फिल्मों के शौकीनों इसे देखे बिना नहीं रह पाएंगे. हम बात कर रहे हैं 1985 की हॉरर फिल्म 'सामरी' की, जिसे दर्शकों ने 40 साल पहले खूब पसंद किया था.
हॉरर फिल्म 'सामरी' 3 डी में थी. इस हॉरर फिल्म को श्याम रामसे और तुलसी रामसे ने डायरेक्ट किया. तुलसी और श्याम के नाम बॉलीवुड की कई हॉरर फिल्में दर्ज हैं और उन्हें हॉरर फिल्मों का किंग भी कहा जाता है. सामरी की कहानी जे.के. आहूजा ने लिखी थी जबकि इसके प्रोड्यूसर तुलसी रामसे थे. इस फिल्म में 5 गाने थे, जिन्हें बप्पी लहरी ने कंपोज और फारुख कैसर और काफिल अजर ने लिखा था.
सामरी की स्टारकास्ट की बात करें तो इस फिल्म में राजन सिप्पी, आरती गुप्ता, पुनीत इस्सर, आशा सचदेव और गुलशन ग्रोवर भी नजर आए. वहीं अनिरुद्ध अग्रवाल ने फिल्म में सामरी का किरदार निभाया. फिल्म का म्यूजिक बप्पी लाहिड़ी ने दिया था. बता दें कि जिस दौर में यह हॉरर फिल्म रिलीज हुई थी, हिंदी सिनेमा में उस समय बहुत ज्यादा हॉरर फिल्में नहीं बनती थीं. लेकिन रामसे फैमिली ने हॉरर फिल्मों का एक नया जॉनर शुरू किया और उन्होंने कई फिल्में बनाईं.
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